2025-03-23 19:31:12
रविवार को शहर के विश्रामगृह के प्रांगण में अखिल भारतीय शहीदाने सभा के तत्त्वाधान में आजादी के दीवानों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने 23 मार्च 1931 को सर्वोच्च बलिदान दिया था। सभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. असगर हुसैन ने अध्यक्षता की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमें अपने शहीदों के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेकर उनके पद चिन्हों पर चलने का प्रण लेना चाहिए। समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ एक जुट होकर आवाज उठाते रहना चाहिए। सभी वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हमें अपने वतन के प्रति देशभक्ति रखनी चाहिए। क्रांतिकारियों ने अपना लहू बहाकर ब्रिटिश हुकूमत हिलाई थी। वीर हुए बलिदान तब ही आजादी आई थी। उन्होंने कहा कि देश के हजारों वीरों ने वतन की खातिर कुर्बानियां दी हैं। उनकी कुर्बानी को युवा वर्ग को याद रखना चाहिए। सभी ने भारत मां के वीर सपूतों को पुष्प अर्पित करके अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह रावत, डा. प्रभुदयाल आर्य, सद्दीक अहमद बीआरसी, करतार नंबरदार, प्रताप मास्टर, रंगलाल रावत, मास्टर जाकिर हुसैन, हनीफ, अजीत रावत, शेर मोहम्मद, नसीम अहमद, गजराज आर्य, शौकत अली और निसार सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे