2025-02-19 16:24:42
सूरजकुंड (फरीदाबाद): पंजाबी व हरियाणवी गीत की धुन जब मेला परिसर की महा स्टेज पर बजी तो मेला घूमने आए पर्यटक अनायास ही सुरीली आवाज की ओर खिंचे चले आए। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला-2025 में सोमवार की शाम प्रसिद्ध गायक अशोक मस्ती के नाम रही। अशोक मस्ती ने जब मंच से अपनी सुरीली आवाज में गीतों को गुनगुनाना शुरू किया तो उन्हें सुनने के लिए पर्यटकों की भीड़ का सैलाब महा स्टेज की ओर उमड़ पडा। मशहूर गायक अशोक मस्ती ने अपने आकर्षक अंदाज से महा स्टेज के माहौल को मस्तीनुमा बना दिया। मंच के समक्ष मौजूद सभी दर्शक उनके द्वारा गाए गए हर एक गीत पर झूमते नजर आए। अशोक मस्ती ने अपनी गायकी के अनोखे अंदाज से 38 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेला की सोमवार की सांस्कृतिक संध्या में चार चांद लगा दिए। उन्होंने दर्शकों के पसंदीदा गीतों की एक के बाद पेशकश से गानों की झड़ी सी लगा दी। स्टेज पर उनके द्वारा गाए गए भूलभुलैया के गीत हरे राम हरे राम हरे कृष्णा हरे राम... के साथ-साथ पंजाबी गीत ठेकेयां ते निट खडक़े खडक़े ग्लासी तेरे नाम ते... को सुनते ही सभी दर्शक मदमस्त होकर नाचने लगे। इसके अलावा उन्होंने तेनु काला चश्मा जचदा ए जचदा ऐ गोरे मुखड़े ते..., गुलाबी आंखें जो तेरी देखी शराबी ये दिल हो गया..., चुरा लिया है तुमने जो दिल को..., तेरी आंख्या का यो काजल... जैसे कई अन्य हिंदी व पंजाबी हिट गीतों के गायन से दर्शकों को मस्ती में भरकर नाचने पर मजबूर कर दिया। मशहूर गायक अशोक मस्ती अपनी सुरीली आवाज के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने हिंदी से लेकर पंजाबी गीतों को अपनी बेहतरीन आवाज दे रखी है। अशोक मस्ती ने मेले की सांस्कृतिक संध्या को उस समय और रंगीन बना दिया जब वे दर्शकों के बीच पहुंचकर गीतों को गाने व झूमने लगे। सूरजकुंड मेला की सांस्कृतिक संध्या में गायक अशोक मस्ती ने जहां अपने गीतों से दर्शकों का मनोरंजन किया वहीं दर्शकों ने भी अपने हाथों को ऊपर उठाकर किलकारियों के साथ उन्हें प्रोत्साहित किया। जाने माने गायक अशोक मस्ती ने सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला की सांस्कृतिक संध्या में आमंत्रित करने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के साथ-साथ पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद कुमार शर्मा का बारम्बार धन्यवाद व आभार प्रकट किया। कला एवं संस्कृति विभाग हरियाणा व पर्यटन निगम हरियाणा के संयुक्त तत्वावधान में सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला-2025 की हर शाम को शानदार बनाने के लिए सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जा रहा है।