2025-03-09 18:15:21
351 फुट लंबा श्याम बाबा का निशान, हजारों श्रद्धालु, उड़ता गुलाल, इत्र व फूलों की वर्षा और श्याम बाबा की जय का उदघोष, यह सब कुछ देखकर समस्त हिसारवासी हतप्रभ रह गए। दरअसल 52वें बबरान नरेश प्रकटोत्सव के अवसर पर हिसार से बीड़ बबरान धाम तक पैदल निशान यात्रा का आयोजन किया गया। हिसार के अग्रसेन भवन से हजारों श्रद्धालु श्याम बाबा के पीतांबरी ध्वज थामे हुए और हारे का सहारा-श्याम बाबा हमारा का जयघोष करते हुए आगे बढ़े। इनके साथ ही बहुत से श्रद्धालुओं ने 351 फुट लंबा श्याम बाबा का निशान थामकर नंगे पांव 18 किलोमीटर से अधिक की यात्रा पूरी निष्ठा से पूरी की। इस दौरान पूरा हिसार श्याममय हो गया और श्याम बाबा की जय व बीड़ बबरान धाम की जय के उदघोष से हिसार की गलियां गूंजती रही। निशान यात्रा में बच्चे, बूढ़े, जवान व महिलाओं सहित हर आयु वर्ग के श्रद्धालुओं ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। प्रात: अग्रसेन भवन में श्याम बाबा के रथ को भव्य स्वरूप दिया गया और श्याम बाबा के विग्रह को रथ में विराजमान करके अदभुत श्रृंगार किया गया। इस रथ को देखकर भक्तगण अनायास ही अभिभूत हो गए। श्याम बाबा के रथ व 351 फुट लंबे निशान के साथ हिसार के विभिन्न बाजारों से होते हुए यात्रा बीड़ बबरान धाम पहुंची। मार्ग में विभिन्न स्थानों पर पैदल यात्रियों का भव्य स्वागत व सत्कार किया गया। इस दौरान जगह-जगह भंडारे की भी व्यवस्था रही। ढोल की थाप पर थिरकते व गुलाल उड़ाते हुए भक्तों ने अपने इष्ट के प्रति आस्था व्यक्त की। हजारों ध्वजों के साथ यात्रा करते श्रद्धालुओं को देखकर समस्त हिसारवासी श्याम बाबा के प्रति अनायास ही नतमस्तक हो गए। बीड़ बबरान धाम के निज पुजारी विनय शर्मा ने बताया कि बीड़ बबरान धाम में पहुंचकर श्रद्धालुओं ने श्याम बाबा के चरणों में 351 फुट लंबा निशान व अन्य ध्वजाएं अर्पित किए और जनकल्याण की कामना करते हुए मन्नत मांगी। इस दौरान भक्तों ने बीड़ बबरान धाम में महाभारतकालीन पीपल के वृक्ष, अखंड जोत, वीर हनुमान के मंदिर, शिव परिवार, धूणे, घोड़े के पांव के निशान वाली शिला व मढ़ी के भी दर्शन किए। निशान यात्रा के साथ ही सात दिवसीय 52वां बबरान नरेश प्रकटोत्सव संपन्न हुआ। इस अवसर पर सभी भक्तों के लिए भोजन प्रसाद की समुचित व्यवस्था भी रही।