2025-04-11 21:43:50
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर आज हरियाणा कौशल रोजगार निगम प्राइवेट लिमिटेड के तहत विभिन्न विभागों में लगे एचकेआरएनके कच्चे कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एक बड़ा प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त पलवल के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम ज्ञापन भेजा। जिसमें विभिन्न विभागों के एचकेआरएनएल के तहत लगे कर्मचारी मुख्य रूप से शामिल हुए। जिसमें पंचायती राज, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, शिक्षा विभाग, सिंचाई विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, नगर पालिका, बिजली विभाग, भवन एवं मार्ग शाखा हुडा विभाग, फायर विभाग आदि विभागों के सैंकड़ो कर्मचारियों ने भागीदारी सुनिश्चित की। प्रदर्शन से पहले पब्लिक हेल्थ अधीक्षक अभियंता कार्यालय में एक विशाल सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला प्रधान सर्व कर्मचारी संघ पलवल राजेश शर्मा ने की, जबकि संचालन योगेश शर्मा ने किया। सभा को हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य उपप्रधान राकेश शर्मा, बिजली के नरेन्द्र सौरोत, सरजीत सौरोत, राजकुमार डागर, मैकेनिकल वर्कर यूनियन के राज्य उपप्रधान राकेश तंवर, राज्य उप कोषाध्यक्ष हितेश शर्मा, राज्य प्रचार सचिव रफीक अहमद, जिला प्रधान देवीसिंह अत्री, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला कोषाध्यक्ष देवीसिंह सहजवार, खंड सचिव हरकेश सौरोत, हथीन खंड प्रधान प्रेम चन्द सहरावत, सचिव बिजेंदर सिंह, होडल खंड प्रधान देवेन्द्र नम्बरदार आदि कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया व मांग की गई की प्रदेश में चुनाव से पहले नायाब सैनी सरकार ने कर्मचारियों से वादा किया था कि तमाम प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को जॉब सिक्योरिटी दी जाएगी, किसी भी कर्मचारी की छटनी नहीं की जाएगी बल्कि इन कर्मचारियों को महंगाई भत्ता, सेवानिवृत्ति का लाभ तमाम प्रकार के पक्के कर्मचारियों के समान सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। मगर बड़े दुर्भाग्य की बात है की ट्रिपल इंजन सरकार बनने के बाद नायब सैनी सरकार अपने वादे को भूलकर वादा खिलाफी कर रही है। कच्चे कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छटनी की जा रही है, विभागों का निजीकरण किया जा रहा है। तमाम प्रकार की जन सुविधाओं के देश में बिजली, गैस, तेल, पानी टोल आदि के रेट में भारी इजाफा किया जा रहा है जो जनता के साथ विश्वास घात है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने निर्णय लिया है कि यदि प्रदेश की सरकार बातचीत के माध्यम से समस्याओं का हल नहीं करती तो 20 अप्रैल को उनके कुरुक्षेत्र स्थित आवास का घेराव किया जाएगा जिसमें हजारों की संख्या में प्रदेश का कर्मचारी भाग लेगा। जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की रहेगी।