2025-03-09 18:44:50
वाराणसी :- डॉ अंबेडकर स्मारक कचहरी वाराणसी के प्रांगण में डॉ अम्बेडकर जयंती 2025 तथा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया यह यह आयोजन राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति एवं अन्य पिछड़ी जाति कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन राजआपका,सावित्रीबाई फुले नवचेतना महिला मंडल,डॉक्टर अंबेडकर जयंती समारोह समिति वाराणसी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया | डॉ अम्बेडकर जयंती समारोह समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार प्रेमी ने बताया कि महिला अधिकारों के पुरोधा,नारी के उद्धारक डॉ अम्बेडकर ने हिंदू कोड बिल के माध्यम से भारत की सम्पूर्ण नारी को सम्मान से जीने का हक दिया | कोषाध्यक्ष लालचंद राम ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं चाहे वह विज्ञान,खेल, राजनीति,व्यवसाय या मनोरंजन हो वे न केवल परिवार और समाज की रीढ़ हैं बल्कि अपनी काबिलियत से दुनिया को नई दिशा भी दे रही हैं | गीता उजाला ने कहामहिला दिवस हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए बराबरी का अवसर देना कितना जरूरी है महिला विकास में भी योगदान देती है | शुभावती प्रबुद्ध ने कहा कि महिलाओं को समान अवसर और सम्मान देने की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं,बल्कि पूरे समाज की है हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि महिलाओं को उनके कार्यस्थलों,घरों और समाज में बराबरी का दर्जा मिले | मंजू राव ने कहा कि हमें बुद्ध मार्ग पर चलकर खुद को मानसिक रूप से मजबूत करना होगा हमें रूढ़ियों को तोड़ना होगा और बेटियों को वह हर अवसर देना होगा, जो एक बेटे को मिलता है | डॉ अनीता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम महिलाओ को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे | जागृति राही ने कहा कि किसी भी समाज की तरक्की इस बात से मापी जाती है कि वह अपनी महिलाओं को कितना सम्मान और समानता देता है नारी शक्ति को प्रोत्साहन देना और उनके अधिकारों की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है | इसके अतिरिक्त एडवोकेट मीना,एडवोकेट सुनीता,एडवोकेट मीरा ,रंजू सिंह डायरेक्टर लोकचेतना समिति, गीतांजलि, श्वेता बौद्ध अध्यापिका तथा ग्राम प्रधान शशिकला सहित सैकड़ो की संख्या में महिलाएं और पुरुष उपस्थित रहें