2023-12-27 12:33:22
भिण्ड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभार पर वीर शहीद गुरु गोविंद सिंह का बलिदान दिवस जिले के विभिन्न मंडलों में आयोजित किया गया जहां पंजाबी समाज ने एकत्रित होकर गुरुद्वारों में गुरु गोविंद सिंह और उनके दोनों पुत्रों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए माथा ठेका। और विचार गोष्ठी के माध्यम से उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की प्रेरणा पंजाबी समाज के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ताओं को जागृत किया और वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत सरकार की ओर से 26 दिसंबर को उनके बलिदान दिवस पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किए जाने पर समाज के लोगों ने आभार व्यक्त किया।
गुरु गोविंद सिंह के बलिदान दिवस पर वार्ड क्रमांक 6 के आर्य नगर स्थित गुरुद्वारे में वरिष्ठ साहित्यकार समाजसेवी शैलेश नारायण सिंह कुशवाह में बलिदान दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके बलिदान हमेशा लोग याद रखेंगे जिन्होंने कभी यह धर्मांतरण को स्वीकार नहीं करते हुए अपने राष्ट्र के प्रति हिंदुत्व की भावना को लोगों में जन-जन में जागृत करते हुए समाज को जागृत किया। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र हिंदू विचारधारा का है जहां धर्मांतरण समाज किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा।
साहित्यकार शैलेश नारायण सिंह कुशवाह ने उनके जीवन पर बोलते हुए कहा कि मुगल सेवा का घेरा बढ़ता जा रहा था शहीद हो गए थे अमर हो गए थे गुरु गोविंद सिंह साहब का बलिदान हम सबको याद रखेगा। अभी सच्चे अपने राष्ट्र के लिए हिंदू धर्म के लिए संकल्पित थे। मुगलों ने जबरदस्ती से धर्म परिवर्तन करने का प्रयास कर रहे थे लेकिन ऐसा उन्होंने नहीं किया इस राष्ट्र के लिए अपना बलिदान दे दिया।
वीर बाल दिवस पर भाजपा ने गुरुद्वारा में किया शब्द कीर्तन, कार्यकर्ताओ ने सुनी वीर गाथा हमेशा को इतिहास के पन्नों में याद किया जाता रहेगा। उन्होंने कहा कि सिखों के दशम गुरु गुरु गोविंद सिंह के पुत्र साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेसिंह के बलिदान को हम याद करे तो हमारी रूह कांप जाती है। हिंदू धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने बचपन में ही अपने जीवन को देश, धर्म और समाज के लिए समर्पित कर दिया और आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे वीर बाल दिवस घोषित कर भारत के वीर इतिहास को हमारे सामने रखा है। आयोजित वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित शब्द कीर्तन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में कही। उन्होंने कहा कि आज देश वीर साहिबज़ादों के अमर बलिदान को याद कर रहा है, उनसे प्रेरणा ले रहा है।
आजादी के अमृतकाल में वीर बाल दिवस के रूप में ये एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ है। पिछले वर्ष, देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया था। तब पूरे देश में सभी ने भाव-विभोर होकर साहिबज़ादों की वीर गाथाओं को सुना था। वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए, कुछ भी, कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। ये दिन हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती। ये उस महान विरासत का पर्व है, जहां गुरु कहते थे- सूरा सो पहचानिए, जो लरै दीन के हेत, पुरजा-पुरजा कट मरै, कबहू ना छाडे खेत! माता गुजरी, गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके चारों साहिबजादों की वीरता और आदर्श, आज भी हर भारतीय को ताकत देते हैं। इसलिए वीर बाल दिवस, उन सच्चे वीरों के अप्रतिम शौर्य और उनको जन्म देने वाली माता के प्रति, राष्ट्र की सच्ची श्रद्धांजलि है।
आज मैं बाबा मोती राम मेहरा, उनके परिवार की शहादत औऱ दीवान टोडरमल की भक्ति को भी श्रद्धापूर्वक याद कर रहा हूं। हमारे गुरुओं के प्रति अगाध भक्ति, राष्ट्र भक्ति का जो जज्बा जगाती है, ये उसकी मिसाल थे। कार्यक्रम का संचालन पंजाबी समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी राजेंद्र भामडी द्वारा किया गया वहीं महिलाओं ने गुरु गोविंद सिंह के बलिदान दिवस पर आकर्षित पाठ का वाचन किया। इस अवसर पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष केशव सिंह भदौरिया एवं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता शैलेश नारायण सिंह कुशवाह शाहिद सभी पार्टी कार्यकर्ताओं एवं समाज के लोगों ने गुरु गोविंद सिंह एवं उनके दोनों पुत्रों को पुष्पांजलि अर्पित की और कार्यक्रम के अंत में प्रसाद वितरण का कार्यक्रम भी। आयोजित किया गया।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष उपेंद्र राजौरिया, जिला महामंत्री मनोज अनंत, मंडल अध्यक्ष शेर पचौरी अमित जैन, प्रशांत सोनी रविकांत मिश्रा महेश मिश्रा एडवोकेट हरि मेहरोत्रा तुलसीराम बलवानी सुभाष चंद्र खत्री ललित खत्री चक्रेश जैन शिवनाथ सेवा सोनी कामता प्रसाद कुशवाह बलदेव खत्री डॉक्टर नरेश अरोड़ा रजनीश शर्मा जितेंद्र भमणी, अनुज बाल्मिक सजन सिंह नरवरिया प्रशांत सोनी रजत कॉल उषा खत्री कल्पना सोनी किशन खत्री नविता अरोरा पूजा अरोरा मधुअरोरा सिम्मी मेहरोत्रा अनुज वाल्मीकि आदि लोग काफी संख्या में मौजूद थे।