2025-05-01 21:43:08
हमीरपुर। गर्मियों में आग की घटनाएं अधिक बढ़ जाती है। वहीं आग लगने का प्रमुख कारणों में बिजली की शार्ट सर्किट होता है। पावर हाउसों में ऐसी घटना अधिक होती है। इसी को लेकर फायर ब्रिगेड बिजली विभाग पावर हाउसों में पहुंचकर आग की घटनाओं से बचाव व आग बुझाने के तरीके व इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के बारे में जानकारी दे रहे है। गुरुवार को अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड कार्यालय में फायर ब्रिगेड विभाग द्वारा अधिकारियों व कर्मचारियों को जागरूक किया गया।फायर ब्रिगेड विभाग के लीडिंग फायर मैन केशव प्रसाद ने बताया कि आग लगने के लिए तीन चीजें जरूरी हैं। ज्वलनशील चीजें, ऑक्सीजन और गर्मी। आग की चार कैटेगरी ए, बी, सी और डी होती है। ए कैटेगरी में लकड़ी या उससे निर्मित सामान, बी में इलेक्ट्रिक उपकरण, सी में पेट्रोल-डीजल व अन्य केमिकल और डी में प्लास्टिक के सामान में लगने वाली आग आती है। चारों तरह से लगने वाली आग को बुझाने के तरीके अलग-अलग होते हैं। जैसे बिजली उपकरणों में लगी आग में कभी पानी नहीं डाला जाता। प्लास्टिक के सामान में लगी आग में फोम की भी जरूरत पड़ती है। बताया कि ए श्रेणी की आग पानी से, बी श्रेणी की तारकोल फोम (झाग) से,सी श्रेणी की आग ड्राय केमिकल, डी श्रेणी की आग को विशेष ड्राय केमिकल पावडर व कार्बन डाई ऑक्साइड गैस से बुझाई जाती है। उन्होंने विस्तार पूर्वक विभिन्न केमिकल पाउडर व आग बुझाने के उपकरणों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर अधिशासी अभियंता डीएन पांडेय, अधीक्षण अभियंता जीसी यादव, सीए फरमान अली, सीए पवन कुमार, एसडीओ शहजाद खान, जेई सत्येंद्र गुप्ता, फायर मैन अंकित कुमार सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।