2025-03-23 19:58:20
श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर व बाल सेवा आश्रम, कैमरी के पांच दिवसीय 50वें वार्षिकोत्सव स्वर्ण जयंती महोत्सव का आज धूमधाम से समापन हो गया। प्रात:काल 108 पारायण पाठ की पूर्णाहुति की गई। जामनगर गुजरात से आये प्रणामी संस्था के प्रमुख जगद्गुरु आचार्य श्री 108 कृष्ण मणि महाराज के सान्निध्य में श्रद्धालुओं ने पाठ पढ़ा। अन्य अनेक संतों ने भी समापन अवसर में भाग लिया। दोपहर बाद मंच पर अनेक संतों के आर्शीवचन हुए। चार दिनों से कथा व्यास स्वामी सदानंद महाराज के सान्निध्य में चल रही श्रीकृष्ण कथा का समापन किया गया। समापन अवसर पर आश्रम प्रांगण में सर्वोदय अस्पताल के सहयोग से लगाये गये रक्तदान शिविर में 35 लोगों ने रक्तदान किया। श्रीकृष्ण प्रणामी सर्व कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी राजदास महाराज ने समापन सत्र में बोलते हुए कहा कि वार्षिकोत्सव में बड़ी संख्या में संतों का एकत्र होना उनके लिये सौभाग्य की बात है। संत सम्मेलन का अर्थ है, संतों का एक साथ आना, जहां वे ज्ञान, धर्म और आध्यात्मिकता पर चर्चा करते हैं और लोगों को मार्गदर्शन देते हैं। संत सम्मेलन ज्ञान और धर्म के सिद्धांतों को बढ़ावा देने और लोगों को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने का एक मंच है। यह संतों को एक साथ लाने और उनके बीच ज्ञान और अनुभव का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करता है। ऐसे संत सम्मेलन भक्तों को प्रेरणा और भक्ति प्रदान करते हैं, जिससे वे अपने जीवन में बेहतर और सार्थक दिशा पा सकें। स्वामी राजदास महाराज ने सभी संतों व महोत्सव में सहयोग देने वाले सेवादारों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। स्वामी राजदास महाराज ने सभी संतों व वार्षिकोत्सव में आसपास व दूर-दराज के क्षेत्रों से आये हुए हजारों श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया।