2025-03-05 15:41:37
अलीगढ़। विधिवत रूप से अलीगढ़ में राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी का समापन हो गया। प्रदर्शनी की शुरूआत एक फरवरी 2025 को हुई थी और दो फरवरी को नुमाइश का शुभारंभ उ.प्र. के कैबिनेट मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण सिंह ने किया था। 30 दिन चली प्रदर्शनी तीन मार्च को समापन किया गया। कृष्णांजलि नाट्यशाला में हुए समापन कार्यक्रम में लखनऊ से आई नव अंशिका नृत्य नाटिका के कलाकारों ने संपूर्ण रामायण की नृत्य के माध्यम से प्रस्तुति दी। प्रशासन की ओर से एडीएम सिटी और सीओ बन्ना देवी शामिल रहे। कार्यक्रम के समापन मे ठेकेदार कन्हैयालाल, बिजली ठेकेदार मुन्ना बंसल,अशोक सक्सेना, राकेश सक्सेना, पंकज धीरज, मुबीन खान आदि मौजूद रहेे। कार्यक्रम में प्रदर्शनी में लगे स्टाल, बिजली सजावट आदि के लिए पुरस्कृत किया गया। तहबाजारी ठेका व्यवस्थापन-कन्हैया वार्ष्णेय, बिजली सजावट के लिए बंसल इलेक्ट्रिक मुन्ना बंसल, फास्टफूड के लिए दीपक फास्टफूड, सॉफ्टी-भेलपूड़ी के लिए खन्ना सुपर सॉफ्टी, मिठाई के लिए संतराम नानखटाई, चूर्ण के लिए महेश अग्रवाल गोकुलेश को पुरस्कृत किया। खाटू श्याम जी की भव्य निशान यात्रा 23 मार्च को फोटो नं0 102 अलीगढ़। इस वर्ष दो दिन श्याम रंग में सराबोर होंगे अलीगढ़ के श्याम प्रेमी श्री खाटू श्याम जी सेवा समिति रजि, अलीगढ़ द्वारा इस वर्ष भव्य निशान यात्रा एवं श्याम वंदना महोत्सव का होगा दो दिवसीय आयोजन श्री खाटू श्याम जी सेवा समिति रजि० अलीगढ़ की ओर से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य निशान यात्रा एवं श्याम वंदना महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, इस बार यह आयोजन दो दिवसीय होगा। निशान यात्रा 23 मार्च (रविवार) को निकाली जाएगी और 24 मार्च को भव्य भजन संध्या (श्याम वंदना ) महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और आयोजन के प्रभाव को देखते हुए इस बार इसे और भी भव्य रूप दिया गया है। इस बात की जानकारी समिति के अध्यक्ष विशाल गर्ग ने मैरिस रोड स्थित एक रेस्टोरेन्ट में पत्रकार वार्ता में बताया की एक मोबाइल नंबर पर दो अधिक्तम दो निशान की बुकिंग ही वैध रहेगी, इस बार निशान श्री खाटू श्याम जी सेवा समिति (रजि0) अलीगढ के नाम से समिति के द्वारा गुलाबी रंग के विशेष रूप से सूरत में तैयार करवाये गए हैं। समिति के पदाधिकारियों ने सभी श्याम प्रेमियों से पीले वस्त्रों में सुबह सात बजे से मीनाक्षी पुल इमली वाली गली पर उपस्थित होने के लिए अनुरोध किया है। निशान यात्रा 23 मार्च रविवार को प्रातः 7 बजे इमली वाली गली मीनाक्षी पुल से कलश बैंक्वेट हॉल ताला नगरी को प्रस्थान करेगी। प्रेस वार्ता की दौरन यतेन्द्र गुप्ता, अंकित गुप्ता, हर्ष कुमार, कमल गुप्ता, दुर्गेश अग्रवाल, डीके अग्रवाल, पुष्पेन्द्र शर्मा, विशाल मित्तल, राजीव गुप्ता विकी, हर्ष वर्धन गुप्ता, हरीश सैनी, विशाल विक्रम, सचिन अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, लवी अग्रवाल, कमल अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। डीएम ने सभी नगरीय निकायों में योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के दिए निर्देश फोटो नं0 103 अलीगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)-2.0 के सफल क्रियान्वयन के संबंध में बैठक का आयोजन किया गया। डीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री के संकल्प के तहत सभी पात्र एवं जरूरतमंदों के सिर पर छत का सपना साकार करने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के द्वितीय चरण में पात्रों का चयन कर उनको प्राथमिकता से लाभान्वित किया जाना है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा नगर निगम समेत अन्य नगर निकायों से पात्र लाभार्थियों की डीपीआर तैयार कर भेजे जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं, जिसके क्रम में शासन द्वारा निर्धारित पात्रता की शर्तों के दिशा निर्देशानुसार सत्यापन कर रिपोर्ट भेजी जानी है। उन्होंने योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी नगर निकायों में पात्रता एवं आनलाइन आवदेन संबंधी जानकारी प्रदर्शित करते हुए होर्डिंग्स की स्थापना कराई जाए। डीएम ने बताया कि योजना के तहत जिले के ऐसे निवासी जिनके पास नगर निगम, नगर पालिका परिषद या नगर पंचायत कम से कम 30 वर्ग गज जमीन हैं और जिन्होंने भी इस योजना में पहले आवेदन किया था या नया करना चाहते हैं, वह सभी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत आवेदक का मोबाइल से लिंक आधार कार्ड होना अनिवार्य है। इसके साथ ही बैंक की पासबुक की छायाप्रति, आवेदक का 03 लाख रूपये वार्षिक तक का आय प्रमाण पत्र, आवेदक के परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड, आवेदक का पैन कार्ड, आवेदक के जमीन से सम्बन्धित दस्तावेज होने चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि आवेदन परिवार में महिला के नाम से कराना अनिवार्य है। सिर्फ एकल पुरुष ही परिवार में है तो अपने नाम से आवेदन कर सकता है। बैठक का संचालन करते हुए पीओ डूडा कौशल कुमार ने बताया कि जिले में 28 फरवरी तक 8604 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें 46 निराश्रित महिला, 870 विधवा, 333 वरिष्ठ नागरिक एवं 7354 अन्य आवेदक शामिल हैं। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि प्राप्त आवेदनों का 20 मार्च तक पारदर्शिता से सटीक सत्यापन कर सर्वे का कार्य पूर्ण किया जाए। डीएम ने मुख्यमंत्री अल्प विकसित व मलिन बस्ती विकास योजना की समीक्षा में पाया कि वर्ष 2022-23 में 47 के सापेक्ष 44, वर्ष 2023-24 में 75 के सापेक्ष 46 कार्य पूर्ण हुए हैं जबकि वर्ष 2024-25 में शासन स्तर से 03 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि अवशेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कराया जाए। पीएम स्वनिधि योजना की समीक्षा में लंबित 199 आवेदनों का निस्तारण करने के निर्देश दिए। यूपीआई उपयोगकर्ता स्ट्रीट वेंडर्स की समीक्षा में बताया गया कि जिले में 38936 उपयोगकर्ताओं में से 25224 एक्टिव हैं अभियान चलाकर 2586 को एक्टिव कराया गया है। डीएम ने अवशेष 11126 की मॉनिटरिंग कर एक्टिव कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बैठक में शक्ति रसोई, आश्रय गृह स्थलों के भुगतान एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र के संबंध में समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में नगर आयुक्त विनोद कुमार, एडीएम प्रशासन पंकज कुमार, सहायक नगर आयुक्त राकेश कुमार समेत सभी एसडीएम एवं ईओ उपस्थित रहे। भारतीय ज्ञान प्रणाली पर कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम का उद्घाटन अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के यूजीसी-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) द्वारा शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में शिक्षकों के लिए एक सप्ताह का ऑफलाइन भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) क्षमता निर्माण (कैपेसिटी बिल्डिंग) कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम 8 मार्च तक चलेगा, जिसका उद्देश्य पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक शिक्षा पद्धतियों के साथ जोड़ना है। उद्घाटन सत्र के अवसर पर महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.) के कुलपति प्रो. मेनन विजयकुमार सी.जी., राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, अलीगढ़ (उ.प्र.) के कुलपति प्रो. एन.बी. सिंह, एएमयू के रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान और एएमयू के संस्कृत विभाग की अध्यक्ष प्रो. सारिका वार्ष्णेय उपस्थित रहे। प्रो. मेनन विजयकुमार सी.जी. ने अपने मुख्य वक्तव्य में भारतीय ज्ञान प्रणाली के दार्शनिक दृष्टिकोण पर चर्चा की और संस्कृत व अन्य प्राचीन भारतीय भाषाओं के महत्व को समझाया। उन्होंने वेदों, पुराणों और महाकाव्यों के उदाहरण देते हुए बताया कि ये ग्रंथ आधुनिक शिक्षा के लिए कितने प्रासंगिक हैं। प्रो. एन.बी. सिंह ने भारतीय ज्ञान प्रणाली की सांस्कृतिक जड़ों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान प्रणाली को केवल परंपरा के रूप में नहीं, बल्कि एक जीवन शैली के रूप में देखा जाना चाहिए, जो हमारे विचार और कार्यों को प्रभावित करती है। प्रो. सारिका वार्ष्णेय ने एएमयू के संस्कृत विभाग के 1920 में स्थापना के बाद से किए गए योगदानों के बारे में बताया। उन्होंने इस विभाग की प्रमुख उपलब्धियों का उल्लेख किया, जिसमें दीवान-ए-गालिब का संस्कृत अनुवाद भी शामिल है। उन्होंने एएमयू की बहुसांस्कृतिक शोध परंपरा और अंतरविषयक अध्ययन की समृद्ध विरासत पर भी प्रकाश डाला। रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान ने भारतीय ज्ञान प्रणाली के अंतःविषयक (इंटरडिसिप्लिनरी) पहलुओं को उजागर किया और आधुनिक प्रबंधन व तकनीकी साधनों का उपयोग करके इसे और व्यापक रूप से अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक विषयों के बीच सहयोग स्थापित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि भारतीय बौद्धिक परंपराओं को गहराई से समझा जा सके। स्वागत भाषण यूजीसी-एमएमटीटीसी की निदेशक डॉ. फायजा अब्बासी ने दिया। उन्होंने भारतीय ज्ञान प्रणाली के सिद्धांतों को आधुनिक पाठ्यक्रम विकास में शामिल करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि एमएमटीटीसी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। इतिहास विभाग की डॉ. शिवांगनी टंडन, जो इस कार्यक्रम की समन्वयक हैं, ने सत्र का संचालन किया और धन्यवाद ज्ञापित किया। कारवां 25 का आयोजन हुआ अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा स्नातकोत्तर छात्रों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को अकादमिक, सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों के रोचक संगम में शामिल होने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से करवां 25 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत एक क्विज प्रतियोगिता से हुई, जिसमें एएमयू के इतिहास, भारतीय सिनेमा और चिकित्सा के इतिहास से जुड़े प्रश्न शामिल थे। इस प्रतियोगिता में छात्रों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके बाद एक वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई, क्रिकेट, बैडमिंटन और टेनिस जैसे आउटडोर खेलों के साथ कार्यक्रम का शानदार समापन हुआ। प्रो. सैयद जियाउर रहमान, डॉ. अम्मार खालिद, डॉ. श्रीमधा चौधरी और डॉ. प्रतीक विजय गणवीर के नेतृत्व में करवां 25 का आयोजन एएमयू में सीखने और टीम भावना के उत्सव के लिए एक मिसाल है। एएमयू के 12 छात्रों का हुआ चयन अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (जेडएचसीईटी) के अंतिम वर्ष के 12 छात्रों का चयन जिया सेमीकंडक्टर प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु द्वारा किया गया है। भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, तकनीकी साक्षात्कार और एचआर साक्षात्कार शामिल थे। शॉर्टलिस्ट किए गए कुल 49 उम्मीदवारों में से 12 छात्रों को 4.50 लाख रूपए वार्षिक प्रारंभिक पैकेज के साथ नौकरी का प्रस्ताव मिला, जो चार वर्षों में 14.00 लाख तक बढ़ सकता है। चयनित छात्रों में 11 बी.टेक इलेक्ट्रॉनिक्स से हैं जिनमें ऋतिका वर्मा, अफजल मलिक, आतिफ अख्तर, आयशा परवीन, मोहसिन हुसैन, आदम अमीन, मोहम्मद मुसय्यब शेरवानी, अबू तल्हा, हारिस वकार, फराज मकसूद और ओजस शर्मा शामिल हैं, जबकि एक छात्र मोहम्मद शहबाज खान बी.ई. इलेक्ट्रिकल से हैं। प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट अधिकारी (टीपीओ) फरहान सईद के साथ हुई चर्चा में, भर्ती अधिकारियों ने जेडएचसीईटी के छात्रों के उच्च शैक्षणिक स्तर और उद्योग के अनुकूल कौशल की सराहना की