2025-01-25 16:29:50
खुर्जा। एक बार उपमुख्य मंत्री और दो बार मुख्यमंत्री और 36 वर्ष तक किसी न किसी सदनं के सदस्य रहने के बाबजूद जननायक कर्पूरी ठाकुर सादगी और ईमानदारी की मिसाल बने रहे। आज समूचा देश भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की 101 वीं जयंती मना रहा है। इस पर पाॅटरी नगरी के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता गौरवान्वित हैं। उनका कहना है कि आज जब देश के अधिकांश राजनेताओं की चल-अचल संपत्ति तेज रफ्तार से बढ़ती चली जा रही है। ऐसे में जननायक कर्पूरी ठाकुर का 36 वर्ष के लंबे सियासी सफर में अपना एक अदद मकान भी नहीं बनवा पाना ईमानदारी की एक ऐसी लंबी लकीर खींच देना है। जिसे जल्दी म ेंछोटी कर पाना आम राजनीतिज्ञ के लिए बेहद मुश्किल है। समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष महेन्द्र सिंह नागर भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को अपना आदर्श मानते हैं। उनका कहना है कि 36 वर्ष के सियासी सफर और दो बार बिहार प्रदेश का मुख्यमंत्री बने रहने के बावजमद सियासत की चकाचैध से बचकर कोई जननायक कर्पूरी ठाकुर ही निकल सकता है। दूसरा नहीं। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन दशक के लंबे राजनीतिक करियर में अपने लिए एक कार और एक मकान तक नहीं बनवा सकना सादगी और ईमानदारी की उक ऐसी लकीर खींच देना है जिसे जल्द में कोई दूसरा राजनीतिज्ञ छोटी नहीं कर सकता। बोले, सेूल्यूट जननायक। समाजवादी पार्टी डाॅ. अंबेडकर वाहिनी के प्रदेश सचिव अमरपाल सिंह प्रधान ने कहा कि जननायक कपूरी ठाकुर सादगी और ईमानदारी की बेजोड़ मिसाल थे। हमें उनके विचारों को आत्मसात कर प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में सबसे पहले ओबीसी के लिए आरक्षण की व्यवस्था जननायक और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर ने ही की थी। हमें उन पर पर गर्व है। वरिष्ठ सपा नेता ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर सही मायने में युग प्रवर्तक थे। बोले, जननायक को कोटिश नमन। समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष जावेद चुन्नू कुरैशी ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर बेजोड़ जननायक थे। वह सादगी और ईमानदारी की बेंमिसाल सख्सियत थे। हम उनके विचारों पर चलकर ही उन्हें सच्ची खिराजे अकीदत पेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर 64 वर्ष की उम्र में ही 17 फरवरी 1988 को दिल का दौरा पड़ने से स्वर्गवासी हो गए। उनके समाजवादी विचारों की देश को आज बेहद जरूरत थी। बोले, कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा आज भी हमारी मार्गदर्शक बनी है। समाजवादी पार्टी के खुर्जा विधानसभा क्षेत्र कमैटी के पूर्व अध्यक्ष ओमराज सिंह चैहान ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर झोंपड़ी में ही पैदा हुए और जीवनपर्यंत झोंपड़ी में ही रहे। सियासत की चकाचैंध उन्हें सादगी और ईमानदारी के रास्ते से डिगा नहीं सकी। उन्होंने कहा कि उन्हें बिहार की विधायक कालौनी में मकान बनवाने के लिए भूमि मिल रही थी। लेकिन उन्होंने मना कर दिया। वरिष्ठ सपा नेता ने कहा कि र्ठमानदारी और सादगी जननायक में कूट कूट कर भरी थी। यहीे कारण था कि उनके 36 वर्ष के सियासी सफर में उनके परिवार को कोई भी सदस्य सियासत की राजनीति में नहीं आ सका था।