2025-03-20 15:09:24
एटा। ग्रेटर नोएडा की प्रख्यात लेखिका/कवयित्री सीमा राय ने एटा के सीनियर जर्नलिस्ट राजू उपाध्याय की किताब जो वर्ल्ड बुक फेयर में लोकार्पित हुई उस पर अपनी समीक्षात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि-एहसासों की नर्म दूब नामक काव्य संग्रह उत्कृष्ट कोटि का भाव प्रधान संग्रह है। एक प्रकार से कहे तो 76 दीपों से सजी पुस्तक है,तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। उन्होंने कहा बेहद भाव प्रद लेखन है। संग्रह में जीवन के सभी रंग देखने को मिलते हैं।अधिकांश रचनाएं भावना प्रद है जिसमें ग़ज़ल, कविताएं,छंद मुक्त अतुकान्त रचनाएं है। उन्होंने कहा एक पत्नी ,माँ, प्रेयसी, और इंसान होने के नाते मन की उठती अनेक बातों का सार है। संग्रह की उत्कृष्ट शब्दावली है और लेखन शैली प्रभावशाली है। बिखरे—बिखरे जीवन में , तेरा नीड बसना अच्छा लगा। बिन मांगे तेरा मिलना, मुझे यह खजाना अच्छा लगा। नए भोर की प्रथम किरन सा,मधुरिम गीत हो तुम। प्रेम नगर के पनघट पर, मनुहारों की रीत हो तुम। उपरोक्त ऐसी रचनाएं है जिसमें नारी के मन की सूक्ष्मता को खूबसूरती से दर्शाया है अपनी कविताओं में।उन्होंने प्रकाशित कृति सफलता के लिए साधुवाद देती हुए स्मरण कराया कि वह वर्ल्ड बुक फेयर में 8 फरवरी को इस काव्य संग्रह की पहली प्रति प्राप्त करने का गौरव मिला जो संग्रह के रचयिता ने स्वयं अपने हाथों से प्रदान की। तथा मैने अपनी काव्य संग्रह मन के मीतप्रदान की। उन्होंने अपने लेख के माध्यम से आशा व्यक्त की एहसासों की नर्म दूब की रचनाओ को ज्यादा से ज्यादा हिंदी पाठक पढ़ेंगे और आत्मसात करेंगे ।