2023-09-21 15:03:49
भिण्ड।। वृंदावन से पधारे आचार्य प्रशांत तिवारी जी के श्री मुख से भागवत कथा श्रवण कर सम्पूर्ण श्रोता समुदाय हुआ भाव विभोर आचार्य श्री ने कथा के मध्य में बताया संसार दुख का घर है प्रभु की शरणागति ही एकमात्र जीव के लिए सुखदायी है लोग धर्म से विमुख हो अधर्म को अपनाकर स्वयं को सुख की अनुभूति देकर प्रसन्नता मानते है। भारत भूमि देव भूमि है इस भूमि पर रहने का शोभाग्य अत्यंत दुर्लभता से प्राप्त होता है इसलिए हर एक व्यक्ति को अपने धर्म के प्रति कृतज्ञ होना चाहिए । श्रीमद भागवत उद्धार केंद्रित ग्रंथ है इसमें श्री परीक्षित जी का उद्धार किया गया है इसी प्रकार से हमारे जीवन में यदि अनेक कष्ट दुख पीड़ा है तो हमे इस दिव्य पुराण का आश्रय लेना चाहिए कथा प्रांगण भक्तगण भजनों पर खूब झूमें।