2025-04-03 19:43:20
रेवाड़ी। राजकीय मॉडल संस्कृत प्राथमिक विद्यालय पाल्हावास में जिला एफएलएन समन्वयक चरण सिंह की अगुवाई में विद्यालय प्रबंधन समिति और ग्रामवासियों की उपस्थिति में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई जिसमें प्रवेश उत्सव अभियान पर विस्तृत चर्चा हुई और विद्यालय में नामांकन बढ़ाने के लिए प्रभावी उपायों पर विचार किया गया। बैठक के दौरान जिला एफएलएन समन्वयक चरण सिंह ने अभियान के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसका मुख्य लक्ष्य सभी बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करना, उनके ठहराव को बनाए रखना और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। उन्होंने एसएमसी सदस्यों को उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से समझाया, जिससे वे विद्यालय प्रबंधन में अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकें। साथ ही, उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को अनुशासन और संस्कारों से जोड़ें। उन्होंने विशेष रूप से बच्चों में स्वच्छता की आदतें विकसित करने, होमवर्क पर ध्यान देने, मोबाइल का सीमित और निगरानी में उपयोग करने, तथा परिवार के बुजुर्गों के प्रति सम्मान प्रकट करने, नैतिक मूल्यों का विकास करने जैसी बातों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। इस दौरान सभी स्टाफ सदस्यों से अपील की गयी कि विभागीय आदेशानुसार डोर टू डोर सर्वे, स्कूल सुविधाओं को बैनर में दर्शाते हुए रैली, सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग्स, नुक्कड़ नाटक आदि व इसके साथ - साथ आंगनवाडी और इन सभी ग्रामवासियों का सहयोग लेकर ज्यादा से ज्यादा नामांकन बढ़ाने का प्रयास किया जाए एवं कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। बैठक में एबीआरसी सपना ने शिक्षा विभाग की विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने वीडियो के माध्यम से सरकारी शैक्षिक योजनाओं के लाभों को स्पष्ट किया और अभिभावकों को सलाह दी कि वे अपने बच्चों की शिक्षा में रुचि लें और उन्हें नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण करें। सदाराम ने अपने वक्तव्य में बच्चों में बड़ों के प्रति आदर और संस्कार विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया, जबकि आशीष ने बच्चों की अच्छी आदतों को बढ़ावा देने की बात कही। विद्यालय मुखिया पंकज कुमार ने विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। बैठक के अंत में पंकज कुमार ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया और सामुदायिक सहयोग से प्रवेश उत्सव अभियान को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने आशा जताई कि सभी के संयुक्त प्रयासों से कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा और विद्यालय में नामांकन बढ़ाने की दिशा में यह पहल सार्थक सिद्ध होगी।