2025-01-30 18:11:15
सोनीपत : नगर निगम में प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है। एक पेट्रोल पंप की किराये की जमीन को व्यगत संपत्ति दिखाकर और कवर्ड एरिया कम करके एनओसी सस्ते में जारी की गई। इस मामले में निगम के अधिकारियों की मिलीभगत उजागर हुई है, जिससे सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हुआ। जब नगर निगम ने ठोस कार्रवाई नहीं की तो मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। पेट्रोल पंप संचालक राजेश के अनुसार, नई अनाज मंडी के सामने स्थित पेट्रोल पंप का स्वामित्व उनके पार्टनर रामेंद्र चौहान ने अपने नाम करवा लिया। जांच में पता चला कि अधिकारियों ने दस्तावेजों में हेरफेर कर केवल 32 हजार रुपये में एनओसी जारी कर दी, जबकि असल में यह राशि लाखों में होनी चाहिए थी। आरोप है कि टैक्स चोरी के लिए पेट्रोल पंप के कुल 14,400 वर्ग फुट क्षेत्रफल को केवल 850 वर्ग फुट दिखाया गया। इस गड़बड़ी से निगम को करीब 14.60 लाख रुपये की हानि हुई। जब शिकायत हुई, तो कवर्ड एरिया फिर से सही कर दिया गया और संचालक को बकाया राशि भरने का नोटिस जारी किया गया। नगर निगम ने 2023 में प्रॉपर्टी टैक्स के आंकड़ों में दोबारा हेरफेर की। इस बार कवर्ड एरिया 14,400 से घटाकर 1,236 वर्ग फुट कर दिया गया और संपत्ति को लीज पर होने के बावजूद सेल्फ ऑक्यूपाइड दिखाया गया। सरकार की 2024 की टैक्स माफी योजना का गलत लाभ उठाने के लिए अधिकारियों ने वेबसाइट पर गलत जानकारी अपलोड की, जिससे सरकार को 1.93 लाख रुपये का नुकसान हुआ। न्याय न मिलने पर राजेश ने 2023 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की। उनका आरोप है कि नगर निगम अधिकारियों ने पहले टैक्स चोरी करवाई और फिर अपनी गलती छिपाने के लिए आंकड़ों में बार-बार हेरफेर किया। नगर निगम के जोनल टैक्स अधिकारी राजेंद्र चुघ ने कहा कि मामले की जांच होगी। यदि पंप संचालक ने गलत जानकारी दी है, तो उसके खिलाफ पेनल्टी लगेगी। दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।