2025-01-23 17:25:54
नारनौल । सरकार की प्रतिबद्धता तथा आमजन की सहभागिता से पिछले एक दशक में बेटियों के प्रति समाज में क्रांतिकारी बदलाव आया है। सरकार की योजनाओं की बदौलत बेटियां आज हर मुकाम पर पहुंच रही हैं। यह बात उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने आज राजकीय पीजी कॉलेज में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के 10 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीसी ने कहा कि पानीपत के ऐतिहासिक मैदान से आज ही के दिन 10 वर्ष पूर्व देश के प्रधानमंत्री ने बालिकाओं को शिक्षा और उनके सपनों को पूरा करने के पूरे अवसर प्रदान करने का आह्वान किया था। इसी का परिणाम है कि आज समाज में बहुत बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि 10 वर्ष पूर्व जिला महेंद्रगढ़ का लिंगानुपात 778 था, जो आज बढ़कर 904 हो गया है। इसे बराबर करने के लिए अभी भी हमें कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान सरकार की एक परिवर्तनकारी व लोगों द्वारा संचालित पहल बन गई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं का समाज में अहम योगदान है। एक पढ़ी-लिखी महिला दो परिवारों का भला करती है। उपायुक्त ने कहा कि सरकार ने भ्रूण हत्या के खिलाफ सख्त कानून बना रखे हैं। अगर कोई व्यक्ति ऐसा घिनौना कृत्य करता है तो जिला प्रशासन को इसकी सूचना दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। कार्यक्रम के दौरान विज्ञान भवन नई दिल्ली से भी मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी संतोष चौहान, जिला कार्यक्रम अधिकारी संगीता यादव, प्रिंसिपल पूर्ण प्रभा तथा घनश्याम दास शर्मा के अलावा अन्य गण मन नागरिक भी मौजूद थे। बाक्स ..याणी सी उम्र में ना ब्हाईयो रै, बेटियां नै खूब पढ़ाईयो रै.. नारनौल। ..याणी सी उम्र में ना ब्हाईयो रै, बेटियां नै खूब पढ़ाईयो रै..। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से राजकीय पीजी कॉलेज में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के 10 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में छोटी-छोटी बच्चियों ने जब हरियाणवी वेशभूषा में यह गीत सुनाया तो दर्शक झूम उठे। इसके अलावा भी छात्राओं ने लिंगभेद को लेकर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी वर्करों ने भी हरियाणवी लोकगीत के जरिए बेटियों को पढ़ाने का आह्वान किया। बाक्स स्टेंडी के जरिए दिया बाल विवाह न करने का संदेश नारनौल। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से राजकीय पीजी कॉलेज में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के 10 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में बाल विवाह के खिलाफ भी संदेश दिया गया । सभागार में स्टेंडी के माध्यम से जागरूक किया कि बाल विवाह एक अभिशाप है। यदि आप 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के की शादी करते हैं तो वे लोग भी जेल में जा सकते हैं जो ऐसे विवाह में शामिल हुए हों या होते हैं। हरियाणा सरकार की विशिष्ट पहल द्वारा प्रत्येक जिला पुलिस मुख्यालय पर महिलाओं व बच्चों के लिए विशेष कक्ष स्थापित किए गए हैं, जहां घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 व बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 के तहत संरक्षण एवं प्रतिषेध अधिकारी की नियुक्ति की गई है।