2023-08-28 13:46:35
दिव्यानंद राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थी जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। जहाँ से पालकों, शिक्षकों के संरक्षण और मार्गदर्शन में प्राप्त ज्ञान को संस्कारों के द्वारा समाज और राष्ट्र सेवा के पथ पर प्रवेश होता है। इस पथ पर सफलतापूर्वक चलने के लिये जरूरी है कि जीवन की चुनौतियों, अनुभवों के साथ-साथ प्राप्त ज्ञान का उपयोग कर आगे बढ़ा जाए। राज्यपाल श्री पटेल ने रविवार को ग्वालियर में जीवाजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में अध्यक्ष के रूप में यह बात कही। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव उपस्थित थे। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रदेश के A++ की श्रेणी प्राप्त जीवाजी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उपस्थित होकर हर्ष का अनुभव हो रहा है। समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों, उनके पालकों और गुरूजनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।
उन्होंने कहा कि जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक तकनीकी सुविधाओं को समावेशित करने और सामाजिक प्रतिबद्धता के प्रयासों की जानकारी पाकर भी हर्ष हुआ है। विद्यार्थियों के शोध प्रयासों में सहयोग करने के लिये विश्वविद्यालय स्तर पर छात्रवृत्ति राशि में बढ़ोत्तरी किया जाना अनुकरणीय पहल है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय की छात्राओं के लिये प्लेसमेंट अवेयरनेस कार्यशाला, व्याख्यान माला, कौशल उन्नयन और मतदाता जागरूकता के लिये आयोजन करना भी एक सराहनीय पहल है। प्रशासनिक, एकेडमिक, शैक्षणिक उन्नयन के लिये राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के साथ एमओयू किए जाने के लिये विश्वविद्यालय साधुवाद का पात्र है। उन्होंने कहा कि हम सबका सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जीवन दर्शन पर आधारित राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा भावी पीढ़ी और युवाओं को दुनिया को बदलने में सक्षम बनाने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है।
राज्यपाल श्री पटेल ने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन की भावी सफलताओं की चमक में अपने माता-पिता और शिक्षकों के त्याग और बलिदान को सदैव याद रखें। जीवन में शिक्षा ग्रहण करने के बाद सफल जीवन जिएँ और जीवन भर अपने व्यवहार को विनम्र रखें। शिक्षित व्यक्ति से समाज अपेक्षा करता है कि उसका व्यवहार विनम्र हो और वह अपनी शिक्षा का उपयोग समाज और देश हित में करे। दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश भर में ग्वालियर का संगीत और शिक्षा के क्षेत्र में अपना अलग मुकाम है। जीवाजी विश्वविद्यालय प्रदेश में A++ श्रेणी का विश्वविद्यालय है। यहाँ से अनेक विद्यार्थियों ने शिक्षा ग्रहण कर अपना मुकाम बनाया है और प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 की सफलता से देश का गौरव बढ़ाया है।
शिक्षित व्यक्ति ही समाज और देश की उन्नति में भागीदार बनता है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कोविड के समय भी हमारे देश के वैज्ञानिकों ने कोविड की वैक्सीन बनाकर न केवल अपने देशवासियों को उपलब्ध कराई बल्कि अनेकों देशों में भी कोविड की वैक्सीन भेजने का गौरव देश को दिलाया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि शिक्षा ग्रहण करने के बाद अपने माता-पिता और गुरूजनों का सम्मान करते हुए जीवन में सफलता हासिल करें। दीक्षांत समारोह के प्रारंभ में जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर भी अपने विचार रखे। इसके साथ ही विद्यार्थियो को उपदेश भी दिए। सभी विद्यार्थियों ने कुलपति के उपदेशों को जीवन में मानने की सहमति भी प्रदान की।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव एवं कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी ने पीएचडी पूर्ण कर चुके विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि एवं विभिन्न संकायों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 42 विद्यार्थियों को 55 गोल्ड मैडल भी प्रदान किए।