2025-04-16 19:39:04
महोबा। निजी प्राइवेट स्कूलों की मनमानी से प्रत्येक वर्ष पाठ्यक्रम एवं प्रकाशन बदले जाने व शुल्क वृद्धि पर शिक्षा विभाग अंकुश लगाने में विफल क्यों साबित हो रहा है, ये बड़ी ही रोचक बात है। विभाग की उदासीनता के चलते महोबा मुख्यालय में ही दर्जनों प्राइवेट स्कूल शासन की गाइडलाइन के विपरीत अभिभावकों की जेबों पर डाका डालने में लगे हुए है। जिसको लेकर फिलहाल स्थानीय प्रशासन व जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। प्राइमरी से लेकर जूनियर कक्षाओं तक के बच्चों की किताबें और कॉपियां तयशुदा मूल्यों पर निर्धारित दुकानों से ही प्राप्त करने का दबाव बनाने वाले स्कूल प्रबंधन के खिलाफ़ स्थानीय प्रशासन व विभाग के जिम्मेदार फिलहाल आंखें मूंदे हुए हैं। जिसको लेकर अभिभावकों के एक बड़े तबके में खासा रोष व्याप्त है और आने वाले दिनों में इसको लेकर तरह तरह के विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिल सकते हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर अभिभावकों द्वारा सीबीएसई सीबीएचई और विभिन्न संबद्धता वाले अंग्रेजी हिन्दी माध्यम वाले प्रतिष्ठित प्राइवेट शैक्षणिक संस्थानों के विरुद्ध विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर अभिभावकों ने मुहिम छेड़ रखी है जबकि इसे लेकर प्रिंट मीडिया भी खबरों के माध्यम से प्रशासन तक अभिभावकों की समस्या को पहुंचाने का कार्य कर रहा है। वहीं शिक्षा विभाग के जिम्मेदार बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि उन्हें इतनी फुरसत नहीं है कि वे सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फर्जी पोस्ट एवं अखबारों में छाप रही ऐसी खबरों का संज्ञान ले सकें। हां व्यक्तिगत तौर पर कोई अभिभावक इस संबंध में कोई लिखित शिकायत करेंगे तो संबंधित विद्यालयों के खिलाफ़ जांच अवश्य करवाई जाएगी।पाठ्यक्रम, प्रकाशन एवं शैक्षणिक मानकों को लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नज़र आए और सीट से उठकर चल दिए। बताते चलें कि आगामी दिनों में इन बातों को लेकर अभिभावकों में पनप रहे असंतोष के बाद स्थानीय लोगों द्वारा जिलाधिकारी महोबा को संबंधित स्कूल प्रबंधनों के खिलाफ़ शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की जा सकती है।