2025-06-21 02:54:28
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम पहले के बाद से ही भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी बढ़ी हुई है. खासकर, ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के तनाव और बढ़ गए हैं. पाकिस्तान बरसों से आर्थिक अस्थिरताओं और वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहा है. वह अब भी कंगाली की मार झेल रहा है. अपनी अर्थव्यवस्था और आयात के लिए विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) से कर्ज लेना पड़ रहा है. इसके विपरीत, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हर हफ्ते अरबों डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. 13 जून 2025 को समाप्त हुए सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.29 अरब डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई लगातार दूसरे हफ्ते बढ़ा भारत का विदेशी मुद्रा भंडार शुक्रवार को आरबीआई की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, 13 जून 2025 को समाप्त सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.29 अरब डॉलर की बढ़त दर्ज की गई. इसके साथ ही भारत का कुल विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 698.95 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इससे पिछले सप्ताह यानी 6 जून को समाप्त सप्ताह में भी भंडार 5.17 अरब डॉलर की बढ़त के साथ 696.65 अरब डॉलर पर था. यह लगातार दूसरी साप्ताहिक बढ़त है. सितंबर 2024 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अपने ऐतिहासिक उच्चतम स्तर 704.88 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है. विदेशी मुद्रा आस्तियां और स्वर्ण भंडार में इजाफा आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 6 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.74 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 589.43 अरब डॉलर तक पहुंच गईं. इस आंकड़े में डॉलर के अलावा यूरो, येन और पाउंड जैसी अन्य मुद्राओं में मूल्य उतार-चढ़ाव का भी असर होता है. इसी अवधि में भारत के स्वर्ण भंडार में भी 42.8 करोड़ डॉलर की बढ़त दर्ज की गई, जिससे यह 86.32 अरब डॉलर तक पहुंच गया. इसके अलावा, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 8.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.76 अरब डॉलर और आईएमएफ के पास आरक्षित भंडार 4.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.45 अरब डॉलर हो गया. .