2025-04-26 20:00:42
बैठक में सर्व समिति से इस मुद्दे पर चर्चा की गई की, हम खतियानी परिवार के लोग यह समझ नहीं पाते हैं कि, अपना मतदान किसे दे सभी लोग जनता के दर्द की बात करते हैं लेकिन सत्ता मिलते ही कार्यालय के दबाव में आ जाते हैं बड़े-बड़े दावे जनता की सेवा के लिए किए जाते हैं लेकिन जनता छटपटाती रहती है और समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए दौड़ धूप करते रहते है, बड़का गांव के गोंदलपुरा पंचायत के, की जनता महिला और पुरुष लगभग अपनी जमीन और अस्तित्व की रक्षा के लिए 2 वर्षों से अधिक समय से सत्याग्रह पर लगे हुए हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान कही दिखाई नहीं पड़ती है, जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे यह स्लोगन के साथ जनता आंदोलन रत है, खतियानी परिवार भी अपना समर्थन आंदोलन कार्यों के प्रति दिखता है लेकिन आज तक कोई सार्थक परिमाण देखने कोनहीं मिल रहा है इस आंदोलन को व्यापक तरीके से फैलने की आवश्यकता है सरकार की दमन कार्य नीतियों के सामने बौने पड़ जा रहे हैं जब कांग्रेस की विधायक माननीय अंबा प्रसाद जिस उम्मीद से जनता उनका समर्थन कर रही थी इस समय खटाई पड़ गई और आंदोलन करने वाले लोग दिगभ्रमित होकर अनावश्यक अपने विनाश के लिए निर्णय लेने लगी आश्चर्य है झारखंड की सेवा का सौगंध खाने वाले बाहुबलीयो अपना नेता चुन लिया तब हम खतियानी परिवार के लोग निर्णय लेने की स्थिति में नहीं रह गए हैं आंदोलन की जितनी भी बात कही जाए झारखंड के शोषण करने वालों की कमी नहीं है यह लोग राजनीति का भी प्रभावित करते रहते हैं जनता भोली भाली नेताओं के लुभावनी बातों में फंस जाते हैं जनता टटसत होकर निर्णय लेने की स्थिति में नहीं रह जाती खतियानी का महासचिव होने के लिए आंदोलन करने की बात करते रहते है अपनी समस्याओं के आंदोलन करने की प्रतिबद्ध है कश्मीर के पहलगाम मैं 28 सेनानियों को निर्मम हत्या पर दुख प्रकट किया यह कार्य बहुत घिनौना है, इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाए और उन आतंकी हमलावरों को जड़ से नष्ट किया जाए, ईश्वर से प्रार्थना की गई इस दुख के घड़ी में उनके परिवारों को हिम्मत और साहस दे, आज पूरे भारत इनके साथ खड़े हैं बैठक में उपस्थित मोः हकीम, प्रदीप प्रसाद मेहता, मोः फखरुद्दीन, अमर कुमार, मुन्नी देवी, महेश विश्वकर्मा, सुनीता कश्यप, मोहम्मद आरिफ,अशोक पासवान, वो अन्य उपस्थित थे