2025-03-26 17:40:20
किशोरावस्था में युवा शक्ति को नशे की लत से बचाने के लिए प्रशासन के साथ-साथ समाज के प्रबुद्ध नागरिक अपनी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करें। जहां कहीं भी मादक पदार्थ बिक्री होने अथवा सेवन का पता चलता है तो उक्त जानकारी बारे मानस - राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन पोर्टल अथवा टोल फ्री नंबर 1933 पर रिपोर्ट की जा सकती है। यह बात डीसी अभिषेक मीणा ने कही। डीसी मीणा व एसपी डॉ. मयंक नशा मुक्त भारत अभियान के तहत गठित जिला स्तरीय नार्को समन्वय कमेटी की बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे। डीसी अभिषेक मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के दिशा निर्देशों की अनुपालना करते हुए जिला रेवाड़ी में नशा मुक्त रेवाड़ी करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा उदय आउटरीच कार्यक्रम की श्रृंखला में नशा मुक्ति का संदेश देने के उद्देश्य से एक साइकिल यात्रा नशा मुक्ति के नाम थीम से 8-9 अप्रैल को रेवाड़ी भी पहुंचेगी जो जिला के गांव व शहरी क्षेत्र को कवर करते हुए युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित भी करेगी। डीसी ने जिले में नशे के खात्मे को लेकर पुलिस के अलावा सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे व्यापक रणनीति तथा आपसी तालमेल के साथ काम करें। नार्को समन्वय कमेटी का गठन इसीलिए ही किया गया है कि सकारात्मक व प्रभावी कदम उठाते हुए जिला के युवाओं को नशे से दूर रखा जाए। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि वह न केवल शहरी क्षेत्र बल्कि दूर दराज के क्षेत्र में भी व्यापक निगरानी रखें। नशे की लत ने जिन युवाओं को गिरफ्त में ले लिया है, उनके पुनर्वास के लिए भी ठोस प्रयास किए जाएं। अधिकारियों से कहा गया कि वे नशा करने वालों की पहचान करें और उनकी काउंसलिंग करवाएं। इस कार्य में पुलिस विभाग का भी सहयोग लिया जाए। जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन के साथ-साथ विद्यालय व महाविद्यालय के विद्यार्थियों को नशा न करने बारे जागरूक किया जाए। सभी थाना व चौकी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में विशेष जागरूकता अभियान चलाकर संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। शिक्षण संस्थान में नियनित मॉनिटरिंग हो : डीसी डीसी ने सभी एसडीएम तथा संबंधित अधिकारियों को जिला में संचालित नशा मुक्ति केंद्र का नियमित रूप से दौरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि सरकार व जिला प्रशासन द्वारा नशा मुक्त समाज का निर्माण करने के लिए चलाई जा रही मुहिम में भी बढ़-चढक़र भाग लें। उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान में 100 मीटर के दायरे में तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लागू है। स्कूल-कॉलेज या अन्य शिक्षण संस्थानों के नजदीक बीड़ी, सिगरेट या अन्य तम्बाकू उत्पादों की बिक्री करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि नशा मुक्त अभियान के तहत स्कूल, कॉलेज, गांवों और शहरी इलाकों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा, नशे के नश्तर को पहचानने और इससे बचने के उपायों के बारे में लोगों को बताया जा रहा है। सरकार नशे के उपचार के लिए सहायता केंद्र भी स्थापित कर रही है, ताकि नशे की लत से जूझ रहे लोग इलाज करवा सकें। उन्होंने सभी नागरिकों को इस अभियान में सहयोग देने की भी अपील की, ताकि जिला को नशा मुक्त बना कर हर व्यक्ति का कल्याण किया जा सके। एसपी डॉ मयंक ने आमजन से आह्वान किया कि यदि कोई व्यक्ति नशा बेच रहा है अथवा सेवन कर रहा है तो इसकी सूचना दें। उन्होंने बताया कि मानस पोर्टल पर व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ ड्रग्स से जुड़ी जानकारी साझा की जा सकती है। अहम बात है कि मानस पर साझा की गई जानकारी को गोपनीय रखा जाता है यह रहे मौजूद : इस अवसर पर एसडीएम रेवाड़ी सुरेंद्र सिंह, एसडीएम बावल उदय सिंह, एसडीएम कोसली विजय कुमार यादव, सीटीएम प्रीति रावत सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।