केदारनाथ पैदल मार्ग पर गौरीकुंड व जंगल चट्टी के बीच भूस्खलनवैकल्पिक मार्ग से धाम पहुंच रहे तीर्थयात्री

केदारघाटी में हो रही बारिश के कारण पैदल रास्ते को भारी नुकसान पहुंचा है। बीती रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगल चट्टी के पास रास्ता 15 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गया है। इस कारण तीर्थयात्रियों को सुरक्षित तरीके से वैकल्पिक मार्ग तैयार कर रास्ते को आरपार करवाया जा रहा है। क्षतिग्रस्त मार्ग को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ डीडीआरएफ के जवान दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं।
News

2024-09-22 15:51:59

रुद्रप्रयाग । केदारघाटी में हो रही बारिश के कारण पैदल रास्ते को भारी नुकसान पहुंचा है। बीती रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगल चट्टी के पास रास्ता 15 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गया है। इस कारण तीर्थयात्रियों को सुरक्षित तरीके से वैकल्पिक मार्ग तैयार कर रास्ते को आरपार करवाया जा रहा है। क्षतिग्रस्त मार्ग को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ डीडीआरएफ के जवान दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग पर बारिश के चलते जंगल चट्टी के पास रास्ता टूट चुका है। बीती देर रात पैदल मार्ग के टूटने से सुबह के समय तीर्थयात्रियों की आवाजाही को रोका गया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने वैकल्पिक मार्ग को तैयार किया। वैकल्पिक मार्ग से तीर्थयात्रियों की आवाजाही करवाई जा रही है। फिलहाल घोड़े-खच्चरों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। पैदल मार्ग के 15 मीटर तक क्षतिग्रस्त होने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी के मजदूर, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान रास्ते को ठीक करने में जुटे हुए हैं। सुरक्षा जवान तीर्थयात्रियों को रास्ता आरपार भी करवा रहे हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि शनिवार सुबह गौरीकुंड और जंगल चट्टी के बीच में जंगल चट्टी से एक किलोमीटर पीछे गौरीकुंड की तरफ रास्ता टूटने की सूचना प्राप्त हुई। इसके बाद सुरक्षा टीमों को मौके पर भेजा गया। यात्रियों की सुविधा के लिए वैकल्पिक मार्ग का चयन किया गया। तीर्थयात्रियों को सुरक्षित तरीके से वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही करवाई जा रही है। रजवार ने बताया कि घोड़े-खच्चरों के लिए फिलहाल मार्ग बाधित है। मार्ग को तत्काल खोलने का प्रयास किया जा रहा है।

Readers Comments

Post Your Comment here.
Characters allowed :
Follow Us


Monday - Saturday: 10:00 - 17:00    |    
info@anupamsandesh.com
Copyright© Anupam Sandesh
Powered by DiGital Companion