2025-03-09 18:24:27
पचेरी बड़ी। अंतर्राष्ट्रीय महिला-दिवस के सुअवसर पर सिंघानिया विश्वविद्यालय में एक अति उत्साही कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों के साथ-साथ विशिष्ट अतिथियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन और सरस्वती-वंदना से हुई। कैंपस डायरेक्टर डॉ. पी.एस. जस्सल ने अपने स्वागत-भाषण में हर वर्ग की महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया और साथ ही संस्था को नए आयाम तक पहुँचाने के लिए इसके अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार (रिटायर्ड आईएएस) का धन्यवाद किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि, श्रीमती कमलेश सैनी, चेयरमैन, नगर परिषद् , नारनौल ने महिलाओं को समाज की धुरी बताया। उन्होंने श्रीमती सावित्रीबाई फुले का उल्लेख करते हुए कहा कि कैसे उन्होंने अपने समय में हर कठिनाई का सामना करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया और पहली महिला शिक्षिका होने का गौरव हासिल किया। उन्होंने कहा कि महिलाएँ समाज की रीढ़ हैं तथा उनकी शिक्षा और सशक्तीकरण से ही राष्ट्र की प्रगति संभव है। विशेष अतिथि श्रीमती मंजू कौशिक, उपाध्यक्ष, नगर पालिका, महेंद्रगढ़ ने अपने संबोधन में कहा हर दिवस ही महिला दिवस है, महिलाएँ समाज की रीढ़ हैं, उनकी शिक्षा और सशक्तिकरण से ही राष्ट्र की प्रगति संभव है। पचेरी पूर्व सपरंच श्री ओम प्रकाश बोहरा ने कहा जिस घर में नारी की पूजा होती हैं, वो स्वर्ग के समान हैं । विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक संकाय के अधिष्ठाता डॉ. रामनिवास मानव ने कहा कि इस वर्ष को इतिहास की वीरांगना देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं का योगदान विश्व के किसी भी देश की तुलना में अधिक है। कार्यक्रम के अंत में अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि आज महिलाएंँ हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं और हमें उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव समर्थन देना चाहिए। विश्वविद्यालय, पूरे वर्ष महिलाओं के लिए आत्मरक्षा, वित्तीय साक्षरता कार्यशालाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसी पहलों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के साथ मजबूत संबंध बना रहा है। हम उनके अधिकारों और सम्मान के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। अंत में रजिस्ट्रार मोहमद इमरान हाशमी ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली पैंतीस महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। समारोह में संतरा बोहरा, सविता बोहरा, गणित प्रतिभा में विश्व रिकॉर्ड धारक चिड़ावा निवासी वंशिका, संस्था के सभी गणमान्य टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ मौजूद रहे