2023-09-21 16:54:57
भिण्ड।, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ रमेश दुबे ने मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे डॉ गोविन्द सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि उनकी फितरत में प्रशासन पर दवाब बनाना शुरू से ही है,उसी गुमान में उन्होंने माननीय उच्च न्यायालय पर उंगली उठाई और पक्षपात का झूठा आरोप लगाया ,लेकिन यहां उनको मुंह की खानी पड़ी क्योंकि माननीय उच्च न्यायालय ने उन पर जुर्माना यह कहते हुए लगाया है कि उन्होंने जो एप्लिकेशन लगाई है उससे स्पष्ट है कि वह हाईकोर्ट की खंडपीठ पर झूठे आरोप लगाकर दवाब बनाना चाहते है, उनका कोई अन्य गुप्त उद्देश्य इसमें छिपा है इसीलिए न्यायालय ने उनकी इस गतिविधि को गलत मानते हुए जुर्माना ठोका है।
डॉ रमेश दुबे ने पत्रकार वार्ता में स्पष्ट किया है कि डॉ गोविन्द सिंह महत्वपूर्ण मंत्रालयो को संभाल चुके हैं वो अपनी आदतों के अनुसार ही इस प्रकार के आचरण करते हैं, जातिवाद का आरोप दूसरो पर लगाते हैं ,जबकि खुद ही जातिवाद फैलाते हैं ,इस बार के विधानसभा चुनाव में आम जनता इसका जवाब जरूर देगी ऐसी हम सभी आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास भी है। डॉ रमेश दुबे ने बताया कि पिछले दिनों गोविंद सिंह ने जो आरोप एसपी भिण्ड पर जाति गत नियुक्तियों के संबंध में लगाए हैं वो उनकी ओछी मानसिकता का प्रतीक हैं।
रमेश दुबे ने कहा कि वो अपने पिछले कार्यकाल को देखें उन्होंने कितने जिला पुलिस कप्तानों पर दवाब बनाकर अपने चहेतों को थाना इंचार्ज और टी आई बनवाया।। डॉ दुबे ने कहा कि ये जिला पुलिस कप्तान का खुद का सोच और विश्वास होता है कि जिले मै कानून व्यवस्था ठीक रहे और उनकी ट्यूनिग सभी थाना प्रभारियों से ठीक रहे उसी के हिसाब से उनके द्वारा थानों में अधिकारी नियुक्त किए जाते हैं।।चूंकि कांग्रेस की सरकार कार्यकाल में गोविंद सिंह जी अपनी मनमानी करते रहे हैं तो उनकी वही आदत आज भी बनी हुई है,जो पहले भी गलत थी आज भी गलत है।
गोविंद सिंह जी का यह कहना कि थानों पर जातीय नियुक्तियों से चुनाव जीते जाते है तो वह स्पष्ट करे कि 1998,2003,2008,2013,2018 में लहार विधान सभा के चुनावों में उनके सजातीय नियुक्त थे तो क्या उन पुलिस कर्मियों ने उन्हें चुनाव जिताए,जवाब दें नेता प्रतिपक्ष।
रमेश दुबे ने साफ कहा है कि डॉ गोविन्द सिंह ने नेता प्रतिपक्ष जैसे संवैधानिक पद की गरिमा को तार तार किया है अतः इनको तत्काल नेता प्रतिपक्ष के पद से स्तीफा देना चाहिए ताकि कोई असत्य बोलने वाला इस पद पर न रहे, साथ ही उनकी अनुचित, गैर लोकतांत्रिक गतिवधियो और जातिवादी गतिवधियों के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में जनता जरूर सबक सिखाएगी ।।