2025-04-28 20:02:31
गुरुग्राम, 28 अप्रैल। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने सोमवार को सिविल लाइन्स स्थित, प्रताड़ित महिलाओं को तुरंत आश्रय देने के लिए स्थापित वन स्टॉप सेंटर में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने वहां ऑनलाइन शिकायत प्रणाली, शिकायत रजिस्टर को चेक कर स्वयं कई शिकायतकर्ता से फोन पर बात कर, उनसे सेंटर से मिले सहयोग व फ़ॉलोअप का फीडबैक लिया। इस दौरान वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक पिंकी मलिक व महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला परियोजना अधिकारी मुकेश भी मौजूद रही। रेणु भाटिया ने वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं को उपलब्ध करवाई जा रही सभी सुविधाओं का जायजा लेने उपरान्त मीडिया कर्मियों से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि पूरे देश में जितने भी वन स्टॉप सेंटर है। वहां बेटियों का पूरा ध्यान रखा जाए तथा उन्हें पूर्णत सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जाए। प्रधानमंत्री की सार्थक सोच को फलीभूत करने के लिए वे निरन्तर हरियाणा के सभी वन स्टॉप सेंटर का दौरा कर, वहां दी जा रही सेवाओं व सुविधाओं का जायजा ले रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि वन स्टॉप सेंटर में जो भी केस आ रहे हैं उन्हें अधिकतम 4 महीने से ऊपर पेंडिंग ना रखा जाए। रेणु भाटिया ने बताया कि इस संदर्भ में सभी जिलों के डीसी व पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की जा रही हैं ताकि शिकायतों को निवारण की दिशा में गति दी जा सके। सभी वन स्टॉप्स सेंटर्स की विजिट जाही रेणु भाटिया ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से कुछ नए फॉर्म व एडिशन किए गए हैं। जिन्हें हरियाणा के सभी 22 जिलों में लागू करवाने के लिए सभी वन स्टॉप्स सेंटर्स की विजिट की जा रही है। चेयरपर्सन ने बताया कि इस संदर्भ में 9 मई को फरीदाबाद में सभी 22 वन स्टॉप सेंटर्स के इंचार्ज, प्रोटेक्शन ऑफिसर्स व महिला एवं बाल विकास विभाग के वे अधिकारी जिन्हें वन स्टॉप सेंटर के साथ अटैच किया गया है, उनकी बैठक बुलाई गई है। बैठक में वन स्टॉप सेंटर पर आयोग द्वारा बताए गए सभी नए सुझावों व सुविधाओं को लागू करने की दिशा में विचार विमर्श किया जाएगा। सुविधाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करें उन्होंने सेंटर इंचार्च से कहा कि वे वन स्टॉप सेंटर में उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें। यहां आने वाले महिलाओं को अगर कोई समस्या आती है तो वे उसका तुरंत समाधान करवायें। किसी भी तरह से प्रताड़ित महिलाओं को तुरंत आश्रय देने के लिए जिला में वन स्टॉप सेंटर स्थापित किया गया है। ऐसे में यहां पर दी जा रही किसी भी प्रकार की सेवाओं में लापरवाही की गुंजाइश नही होनी चाहिए।