2025-04-27 20:22:05
हजारीबाग के चरही, चुरचु,बिष्णुगढ, आगो, टाटीझरिया, दारू थाना क्षेत्र से होकर सैकड़ो ट्रक कोयला प्रतिदिन डेहरी बनारस की मंडीयो में भेजा जा रहा है। इस कोयले का अवैध उत्खनन सीसीएल कोलियरी से चोरी कर या फिर चरही जैसे रेलवे साइडिंग से हजारों टन कोयले की चोरी प्रतिदिन की जा रही है। कुकुरमुत्ता की तरह दर्जनों कोयले की डिपो अवैध रूप से चलाया जा रहा है। जिसमें चरही थाना अंतर्गत करमा बेड़ा, 14 माइल, त्रिवेणी फ्यूल 15 माइल, कजरी, फूसरी, इंदिरा, पिंडरा और आगों थाना क्षेत्र के चोय-बंदा, ओरीया, चूरचु थाना क्षेत्र के करगी सहित कई अन्य जगहों पर खुलेआम डिपो खोलकर कोयले की अवैध तस्करी जमकर की जा रही है। कई तरह के कोयले डीपो तो वन क्षेत्र में भी कोयला डंप किया जा रहा है। वहीं जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधि एवं वन विभाग सभी कोयले के अवैध कारोबार का नजर अंदाज कर रहे हैं। जबकि कोयला माफियाओ का कहना है, कि कोयला के कारोबार उच्च स्तरीय सेटिंग पर किया जा रहा है। नीचे किसी को देखने की हिम्मत भी नहीं होती है। इस प्रकार देखा जाए तो दर्जनों अवैध कोयला डीपो कुकुरमुत्ता के समान चल रहे हैं। कई डीपो तो धनबाद एवं बोकारो सहित बिहार के माफिया आकर चला रहे हैं। चरही थाना के करमा- बेड़ा के मांझी टोला में कोयले का डिपो खोला गया है। जो बड़े लोरी गाड़ियां लादकार एनएच 33 पड़कर डेहरी बनारस की मंडीयो में जाती है। 15 माइल के त्रिवेणी फ्यूल हार्डकोक फैक्ट्री में दिन रात कोयले का अवैध संग्रहण किया जाता है, और लोरी से लादकर कच्चा कोयला डिपो मंडीयो में भेजा जाता है। कजरी और फूसरी का डिपो मांडू रेंज के वन क्षेत्र में डंप कर लोड किया जाता है।जो चरही थाना गेट से घाटों मोड होकर रोज निकासी किया जाता है। आगों थाना के चोय बंदा, ओरिया से लोड होकर दारू थाना तुरीबार, दिगवार के बेला मोड़ कवालू होते हुए झुमरा डीपू चौक होते हुए हजारीबाग सिंघानी मोड पकड़कर डेहरी बनारस की ओर भेजा जाता है। इंदिरा कोयला डिपो से लोड कर इंदिरा चौक होते हुए चरही रेलवे साइडिंग होकर निकल जाता है। टाटीझरीया थाना क्षेत्र के जुलमी, बेडम, मुरकी, विसाई होते हुए टाटीझरिया थाना के बगल से एनएच 522 होकर बिष्णुगढ बगोदर जीटी रोड पड़कर कोयल का अवैध कारोबार किया जाता है । फिर भी पुलिस प्रशासन को जानकारी न होने की बात करती है।