2023-09-27 13:47:33
रामपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित हो रहे चार आयुर्वेदिक अस्पतालों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जाएगा। हर सेंटर में हर्बल वाटिका भी बनेगी। मरीजों को दवाओं से उपचार के साथ ही औषधीय पौधों के बारे में जानकारी दी जाएगी। सेंटरों के भवन लगभग बनकर तैयार हो गए हैं। जल्द ही शुरू हो जाएंगे।
आयुष चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अस्पतालों में दवा उपलब्धता | सुनिश्चित करने के साथ चिकित्सक एवं योग प्रशिक्षक की भी तैनाती की जा रही है। इसी के तहत अस्पतालों को आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिले में पहले से ही पांच आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित हो रहे हैं।
मरीजों का इलाज करने के साथ ही मिलेगी औषधीय पौधों की जानकारी अब चार और आयुर्वेदिक अस्पतालों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाया जा रहा है। इनमें केंद्रों में चल रहे हैं। बिलासपुर के मीरापुर और तालमहावर, मिलक के तिराह और पौधों से ही इलाज के तरीके बताए संरक्षित करें।
ग्रामीण क्षेत्र की आबादी को स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित करने के उद्देश्य से चार आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनेंगे। इनका भवन अलग होगा। जिले में पांच स्थानों पर आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पहले से संचालित हो रहे हैं। सेंटर में हर्बल वाटिका भी स्थापित की जाएगी। मरीजों का इलाज करने के साथ ही उन्हें औषधीय पौधों के बारे में भी जानकारी मिलेगी। डॉ. पुष्पेंद्र चौहान, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी जाएंगे। मीरापुर और भोट भक्काल में 85 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो गया है, जबकि अन्य का काम लगभग पूरा हो गया। उम्मीद है कि इसी महीने के अंतिम तक कार्यदायी संस्था विभाग को हैंडओवर कर देगी। एक सेंटर पर करीब 24 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। सेंटर में डॉक्टर रूम, फार्मासिस्ट स्टोर, गोदाम और हर्बल वाटिका होगा।
वाटिका में लगे पौधों के बारे में अस्पताल आने वाले मरीजों को जानकारी मिलेगी। इसके पीछे उद्देश्य है कि औषधीय पौधों के बारे में आम आदमी जागरूक हो और स्वार के भोट भक्काल शामिल है। ये अभी नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटरों पर ग्रामीणों को औषधीय अपने घर में औषधीय पौधों को रोपण कर उन्हें अपनी दिन चर्या में शामिल करे।