2025-03-28 22:33:01
अलीगढ़। अलविदा जुमा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने के बाद पुलिस-प्रशासन ने सुकून की सांस ली, जामा मस्जिद पर नमाजियों ने नमाज पढ़ी, वक्फ बिल के विरोध में काली पट्टी भी बांधी गई। नमाज को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए मस्जिदों के आस-पास आरएएफ व पीएसी तैनात की गई। साथ ही पुलिस और प्रशासन ड्रोन कैमरों व सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से लगातार निगरानी रखी। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में अलविदा जुमा की नमाज नमाजियों ने जामा मस्जिद के अंदर और मस्जिद के दरवाजे के बाहर खाली फड़ स्थल पर पढ़ी। सड़क पर कोई भी नमाजी नजर नहीं आए। शहर मुफ्ती ने नमाजियों से मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ने की अपील की थी। ऊपर कोर्ट कोतवाली इलाके की जामा मस्जिद पर बड़ी तादाद में नमाजी जुमा अलविदा की नमाज पढ़ने पहुंचे, साथ ही वक्फ बिल के विरोध में काली पट्टी भी बांधी गई। ऊपरकोट स्थित शाही जामा मस्जिद में अलविदा की नमाज अदा की गई और बड़ी संख्या में नमाजी इकट्ठा हुए। शासन की गाइडलाइन के अनुसार सभी नमाजियों ने मस्जिद के अंदर रहकर ही नमाज अदा की। पुलिस ने सभी से अपील की थी कि वह खुले में नमाज न पढ़ें और नमाजियों ने भी पुलिस की अपील को मानते हुए मस्जिद में ही नमाज पढ़ी। नमाजियों ने शुक्रवार को शासन की गाइडलाइन का पूरा पालन किया। सभी नमाजियों ने मस्जिद के अंदर ही नमाज अदा की और अल्लाह से अमन और चैन की दुआ मांगी। अलीगढ़ की संवेदनशीलता को देखते हुए पहली बाद पुलिस, पीएसी और आरएएफ के साथ दंगा नियंत्रण बल भी मौके पर मुस्तैद रहा। आसमान में पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर निगरानी की और चारो ओर पुलिस पैदल गश्त करती रही, पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया। ऊपरकोट और इसके आसपास की पतली-पतली गलियों में भी फोर्स तैनात कर दी गई और चप्पे-चप्पे पर निगरानी की गई। जिससे कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति गड़बड़ी न कर सके। इस दौरान एसपी सिटी, एडीएम सिटी समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे और व्यवस्थाएं संभाली। क्षेत्राधिकारी प्रथम व एएसपी मयंक पाठक ने बताया कि अलविदा की नमाज को देखते हुए लगातार लोगों से अपील की जा रही थी कि वह खुले में नमाज न पढ़ें। लोगों ने भी शासन की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया है, जिले की संवेदनशीलता को देखते हुए फोर्स एलर्ट रही। उन्होंने बताया कि थाना पुलिस के साथ ही रिजर्व फोर्स भी लगाई गई थी। इसके साथ पीएसी और आरएएफ की महिला व पुरुष कंपनी भी इलाके में तैनात की गई थी। शहर के अन्य थानों से भी फोर्स ऊपरकोट में लगाई गई थी, इसके अलावा इंटेलीजेंस और एलआईयू के लोग लगातार इलाके में निगरानी कर रहे थे, जिससे कोई गड़बड़ी न हो।