2025-03-30 21:37:44
अलीगढ डॉ एस के गौड़ को डॉ अवंजला(के के हॉस्पिटल) का फोन आया कि गंभीर पुरा निबासिनी 85 वर्षीय शैल कुमारी का नेत्रदान होना है। उन्होंने जे एन मैडिकल कॉलेज नेत्र विभाग के रजत सक्सैना को सम्पर्क किया। उन्होंने अविलम्ब सौहार्दपूर्ण वातावरण में सफलता पूर्वक मानवीय कदम को अंजाम दिया इस अवसर पर डॉ सुनील कुमार (अध्यक्ष हैंडस फॉर हेल्प) ने उपस्थित समूह को संबोधित करते हुए कहा कि नव वर्ष के दिन उठाया मानवीय कार्य वंदनीय, अनुकरणीय है। मैं दानी पारिवारिक सदस्यों व संस्था के पदाधिकारियों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद देता हूँ डॉ गौड़ द्वारा पारिवारिक सदस्यों को नेत्र बैंक द्वारा प्रदत प्रशस्ति पत्र भेंट करते हुए रूढ़ीवादिता त्याग लीक से हट कर उठाए प्रेरणादायक कदम को साधुवाद कहा। नेत्र दानी मरणोपरांत भी ( कौरनिया) लेने वाले के रूप में जीवित रह सकता है अदृश्य रूप से। मृतक सूचना देने हेतु मोबाइल नम्बर देते हुए आह्वान किया कि कोई कभी-कहीं भी दे सकता है। इस मुहिम में वह भी सहयोगी बन जाएगा डॉ गौड़ ने पूछे गए प्रश्नों का सरल भाषा में शांत भाव से सकारात्मक,संतुष्ट होने वाले उत्तर दिए। इस अवसर पर भुवनेश वार्ष्णेय आधुनिक, मीडिया प्रभारी डॉ डी के वर्मा, एडवोकेट अनिल राज गुप्ता, विवेक अग्रवाल, कोमल कुमार, प्रोफेसर ए के अमिताव, प्रोफेसर जिया सिद्दीकी, डॉ मुहम्मद शाकिब, डॉ सृष्टि, डॉ दीपक, डॉ प्राची आदि सहयोगी बने