2025-04-10 21:54:12
प्रत्येक साधक शिव भक्त को महाशिवरात्रि का व्रत अवश्य करना चाहिए। महाशिवरात्रि के व्रत से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उस भक्त पर शिव भगवान की कृपा बरसती है। यह बात महामंडलेश्वर साध्वी करूणागिरी जी महाराज ने श्री प्रयागगिरी शिवालय ट्रस्ट की ओर से संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग के सानिध्य में चल रही श्री शिवपुराण कथा में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही। कथा के चौथे दिन वीरवार को उन्होंने श्रद्धालुओं से लबालब भरें पंडाल को संबोधित करते हुए महाशिवरात्रि व्रत की महिमा बताई और कहा कि महाशिवरात्रि व्रत का खास महत्व है। जो व्यक्ति शिव मंदिर में चार पहर रात्रि में पूजा करके रात्रि में अभिषेक करता है, उसे शिव की भक्ति प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव को भोलेनाथ ऐसे ही नहीं कहा गया है। भगवान शिव तो सच्चे मन से याद करने व एक लोटा जल से ही प्रसन्न हो जाते हैं लेकिन इसके लिए सच्ची श्रद्धा व मन में विश्वास होना जरूरी है। साध्वी करूणागिरी महाराज ने कथा के दौरान सृष्टि का वर्णन, गुणनिधि राजा की कथा, महाराज रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ की कथा भी सुनाई। उन्होंने बताय कि काशाी विश्वनाथ मंदिर के दाहिनी ओर कुबेरेश्वर मंदिर की स्थापना राजा गुणनिधि ने ही करवाई थी। उन्होंने कहा कि सब समस्याओं का हल एक लोटा जल है तो हमें सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। जिस पर भगवान शिव की कृपा हो जाती है, उसकी सब समस्याएं दूर हो जाती है। इस अवसर पर श्री प्रयागगिरी शिवालय ट्रस्ट के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि महामंडलेश्वर साध्वी करूणागिरी महाराज की कथा के चलते क्षेत्र का पूरा वातावरण ही शिवमय हो गया है। आए दिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है जो अच्छी बात है और नागरिकों में बढ़ती धार्मिक भावना का परिचायक है। संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने मुख्य अतिथि नलवा विधायक रणधीर पनिहार, प्रमुख समाजसेवी सजय गुप्ता महेन्द्रा वाले, अक्षय मलिक टोयोटा वाले, विवेक गोयल, साहिल गोयल विंध्या पाइप, पार्षद संजय डालमिया, कैलाश चौधरी, बंटी गोयल, बुधला संत मंदिर कमेटी, शेरसिंह गुज्जर व श्यामलाल बबेजा को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मंच संचालन ओमप्रकाश असीजा ने किया। इस अवसर पर सचिव सुरेंद्र सिंगला, प्रबंधक ओमप्रकाश असीजा, उपप्रधान रमेश लोहिया, प्रिंसिपल सतेंद्र गोयल, दलीप जागड़ा, कैलाश सिंगला नरवाना, कृष्ण लाल बागड़ी, सतपाल असीजा, जगत नारायण सहित अनेक समाजसेवी व गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।