2025-03-19 21:03:08
अनुपम सन्देश मुरादाबाद। जनपद के जिला अस्पताल के सर्जन ने एक महिला की बच्चेदानी से 5 किलो का ट्यूमर निकाला है। उसके पति पर इतनी रकम नहीं थी कि वो प्राइवेट अस्पताल में पत्नी का ऑपरेशन करा सके। इसलिए उसने सरकारी अस्पताल में पत्नी का इलाज कराया। डॉक्टर रविन्द्र कुमार की टीम ने महिला का ऑपरेशन किया है। अगर समय रहते ट्यूमर नहीं निकाला जाता तो उसे बच्चेदानी का कैंसर भी हो सकता था। प्राइवेट अस्पताल में 1 लाख की हुई थी डिमांड सिविल लाइन इलाके के मिशन कंपाउंड की रहे वाली महिला अनीता (25 साल) काफी समय से बच्चेदानी की समस्या से पीड़ित थी। जांच कराने पर मालूम हुआ कि उनकी बच्चेदानी में काफी बड़ा ट्यूमर है और उसका ऑपरेशन किया जाना है। अनीता अपने पति संग मुरादाबाद के कई निजी अस्पतालों में ऑपरेशन के लिए पहुंची, लेकिन डॉक्टर्स ने इसके लिए बड़ी रकम की डिमांड की। अनीता के पति का कहना है कि उन्होंने कई जगह दिखाया लेकिन किसी ने उनसे 80 हजार तो किसी ने एक लाख रुपए की डिमांड की। कई अस्पतालों ने ऑपरेशन से कर दिया था इंकार अनीता के पति नितिन एडवेड ने बताया कि वो अपनी पत्नी को लेकर कई अस्पतालों में पहुंचे, लेकिन कहीं ऑपरेशन नहीं हुआ। वो पत्नी की बीमारी से काफी चिंतित थे, चूंकि बच्चेदानी का ट्यूमर काफी बड़ी होने की वजह से कई अस्पतालों में ऑपरेशन से इनकार कर दिया था, समय से ऑपरेशन न होने से बच्चेदानी में कैंसर का खतरा बढ़ता जा रहा था। जिसके बाद, वो सरकारी अस्पताल पहुंचे। यहां, अनीता का ऑपरेशन मुरादाबाद के पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय में किया गया, जहां वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर रविन्द्र की टीम ने बच्चेदानी से 5 किलोग्राम की रसौली निकाल सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। अनीता अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर रविन्द्र कुमार ने बताया कि अनीता का ऑपरेशन किया गया था, जिसमें बच्चेदानी से 5 किलोग्राम की रसौली निकाली गई। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान देखा गया कि रसौली बच्चेदानी से चिपकी हुई थी, जिससे ऑपरेशन जटिल हो गया था। लेकिन डॉक्टर्स की टीम ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन को किया गया