2023-08-28 13:33:53
मुस्तफाबाद की गली नंबर 7, दयालपुर में गोलीबारी की घटना की सूचना थाना दयालपुर में दी गई। तुरंत पुलिस टीम मौके पर पहुंची और कुछ खाली कारतूस और सीसे के टुकड़े भी बिखरे हुए मिले घटनास्थल के निरीक्षण के लिए मोबाइल क्राइम टीम को बुलाया गया शिकायतकर्ता जाहिद ने बताया कि दो मोटरसाइकिलों पर उसके परिचित चार व्यक्तियों ने उसके घर पर गोलीबारी की।शस्त्र अधिनियम का मामला थाना दयालपुर के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। एक पुलिस टीम, जिसमें एसआई रॉकी कटिंगल, एचसी रोहित पलसानिया, एचसी हरेंद्र, एचसी अमरेंदर, एचसी अफसर अली, सीटी अमित, सीटी. संदीप मलिक, सीटी. जितेंदर और ज्ञान सिंह अन्य पुलिस अधिकारी,के नेतृत्व मे इंस्पेक्टर अतुल त्यागी, SHO दयालपुर, की देखरेख में किया गया। जिसमे अभिषेक गुप्ता, एसीपी/गोकलपुरी की एक टीम गठित की गई और उन्हें मामले को सुलझाने और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए निर्देश दिया गया।
पुलिस टीम ने गोलीबारी की घटना में शामिल अपराधियों की पहचान स्थापित करने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को स्कैन और विश्लेषण किया। तकनीकी निगरानी के साथ-साथ स्थानीय तैनात स्रोतों के माध्यम से मानव खुफिया जानकारी भी एकत्र की गई।
26.08.23 को, विभिन्न स्रोतों के माध्यम से एकत्र की गई जानकारी के आधार पर, तीन व्यक्तियों सैम उर्फ कैफ, और साजिद उर्फ आलू, को गिरफ्तार किया गया। गली नंबर 5, 25 फुटा चौक, पुराना मुस्तफाबाद के पास का क्षेत्र है।जहां जांच के दौरान, उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और खुलासा किया कि साकिब उर्फ भूरा और साजिद उर्फ आलू ने गोलियां चलाईं, लेकिन सैम उर्फ कैफ और समद उर्फ आसिफ मोटरसाइकिल चला रहे थे। इस मामले में शिकायतकर्ता के बेटे जावेद को उधार दिए पैसे वसूलने के लिए उन्होंने घर पर फायरिंग की निरंतर पूछताछ पर उन्होंने अपने दो सहयोगियों के बारे में खुलासा किया जो पूरे प्रकरण के दौरान निगरानी में थे और फायरिंग में इस्तेमाल पिस्तौल के आपूर्तिकर्ता थे। उनकी निशानदेही पर छापेमारी की गई और समद उर्फ आसिफ और साबिर उर्फ इकरार हुसैन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। साबिर उर्फ इकरार के कब्जे से दो अत्याधुनिक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। उनके कब्जे से अपराध में प्रयुक्त दो मोटर साइकिलें भी बरामद की गईं।
इसके अलावा, उनके दो फरार सहयोगियों को गिरफ्तार करने और अन्य मामलों में भी उनकी संभावित संलिप्तता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।