2025-01-17 19:13:38
नारनौल : राजकीय महाविद्यालय नारनौल में शुक्रवार को यूथ रेडक्रॉस एन एस और एनसीसी के सानिध्य में और प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा की अध्यक्षता में संविधान दिवस मनाया गया। जिसमें प्राचार्या ने छात्राओं को संविधान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संविधान में भारत को प्रभुत्व संपन्न लोकतंत्रात्मक, धर्म निरपेक्ष, समाजवादी, गणराज्य कहा गया है। भारत का संविधान विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है। उन्होने बताया कि संविधान की प्रस्तावना में 26 नवम्बर 1949 का उल्लेख उस दिन के रूप में किया गया है जिस दिन भारत के लोगों में संविधान सभा में संविधान को अपनाया। प्रस्तावना को पूरे संविधान को लागू करने के बाद 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। महाविद्यालय प्रेस प्रवक्ता और यूथ रेडक्रॉस अधिकारी डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि आज महाविद्यालय में संविधान दिवस मनाया गया इस दौरान सभी स्टाफ सदस्यों और विधार्थियों को संविधान की शपथ दिलाई गई और साथ साथ एक जागरूकता रैली निकाली गई। इस दौरान राजनीति शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ महेंद्रमुदगिल ने संविधान प्रस्तावना के बारे में विस्तार व्याख्यान दिया और संविधान के द्वारा भारत के प्रत्येक नागरिक को मौलिक अधिकार प्रदान किये गये है। डॉ भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा भारत के संविधान को स्वीकार किया गया था। उपप्राचार्य डॉ जगजीत सिंह मोर ने संविधान के द्वारा भारत के प्रत्येक नागरिक को मौलिक अधिकार प्रदान किये गये है। महाविद्यालय कुलसचिव डॉ सत्य पाल सुलोदिया ने बताया कि संविधान की प्रस्तावना भारत के नागरिकों को आपसी भाईचारा व बंधुत्व के माध्यम से व्यक्ति के समान तथा देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित करती है। कार्यक्रम के उपरांत संपूर्ण महाविद्यालय परिवार ने संविधान नियमों का पालन करने की शपथ ली और एनसीसी एनएसएस और यूथ रेडक्रॉस के वोलियंटर द्वारा देशभक्त से ओतप्रोत नारों को लगाया। इस मौके पर समस्त महाविद्यालय परिवार सदस्यों के साथ सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।