2025-01-06 16:10:14
ब्यूरो प्रयागराज अनुपम सन्देश। प्रयागराज।इण्डिया गठबन्धन सांसद उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि महाकुम्भ के कार्यों की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए यह मुद्दा शीतकालीन सत्र में सदन में उठेगा क्योंकि जनता के पैसे का जिस हिसाब से अधिकारियों की लापरवाही से दुरउपयोग हुआ वो निन्दनीय हैं।सांसद ने कहा कि कई साल पहले से महाकुम्भ की तैयारी का खाका खिंचा गया था 2019 के अर्धकुम्भ में ही धोषणा हुई थी कि 2025 के महाकुम्भ में प्रयागराज में मेट्रो रेल व सिक्स लेन पुल फाफामऊ व संगम पर फ्लोटिंग ब्रिज बन कर तैयार हो जायेगा लेकिन हुआ क्या अधिकारियों की निष्क्रियता की वजह से सिक्स लेन पुल समय से तैयार नहीं हो पाया जिसकी जगह 60 करोड़ की लागत से सिर्फ दो महीने के लिए स्टील ब्रिज का निर्माण कराना पड़ा जो पैसे की बर्बादी हैं।इसका जिम्मेदार कौन हैं इसकी जांच होनी चाहिए।सांसद ने कहा कि मुख्यमन्त्री अधिकारियों की लापरवाही से त्रस्त हो कर लगातार प्रयागराज का दौरा कर तैयारी की कमान अपने हाथों में ली फिर भी नतीजा सिफर ही रहा आधी अधूरी तैयारी के साथ महाकुम्भ का आयोजन होगा।सांसद ने कहा कि महाकुम्भ एक आस्था का विषय है इसमें तो भारतीय संस्कृति को मानने वाले सदियों से अपने आप खिचें चले आते हैं पर भाजपा सरकार इसको इवेंट मैनेजमेंट के रूप देने लगीँ उसमें भी फेल हो गयें बस पूरे शहर को होडिंग व पेंटिंग से कमी को छुपाने का कार्य हो रहा हैं।सांसद प्रतिनिधि विनय कुशवाहा ने कहा कि हर कुम्भ में शहर की सड़कों के साथ मुहल्लों की गलियों का सुधार कार्य होता था पर इसबार के महाकुम्भ में तो मुख्य सड़कों को ही खोदकर उसको नहीं बनाया गया हो सकता है कि कागज पर सभी सड़क चकाचक हो गई हो तो मोहल्लों की गलियों की बात कौन करें बस समयाभाव दिखा कर भारी भरकम बजट पर लीपापोती शुरू हैं।