भव्य होगा बिहार दिवस समारोह, पटना और दिल्ली में दिखाई जाएगी बिहार की संस्कृति

बिहार दिवस के विशेष अवसर पर 22 मार्च को दिल्ली में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भव्य प्रस्तुति देखने को मिलेगी
News

2025-03-18 16:51:15

पटना। 22 मार्च से राजधानी पटना में बिहार का 113वां स्थापना दिवस समारोह शुरू होगा। राजधानी पटना के गांधी मैदान में आयोजित तीन दिवसीय बिहार दिवस समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे जबकि समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी उपस्थित रहेंगे। बिहार दिवस समारोह में एक तरफ जहां बिहार की संस्कृति के साथ ही बिहार के प्रमुख पर्यटक स्थलों को थ्री डी प्रतिकृति में दिखाया जाएगा तो दूसरी तरफ श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल और रविन्द्र भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। बिहार दिवस समारोह का आयोजन पटना के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी किया जाएगा। बिहार दिवस को लेकर दिल्ली में बिहार उत्सव 2025 का आयोजन 16 मार्च से शुरू कर दिया गया है जो कि 31 मार्च चलेगा। वहीं नई दिल्ली में आईएनए स्थित दिल्ली हाट में बिहार उत्सव 2025 का आयोजन किया गया है. 16 मार्च से 31 मार्च तक आयोजित इस समारोह में बिहार की गौरवशाली कला, संस्कृति और परंपराओं की भव्य झलक देखने को मिल रही है. इस भव्य उत्सव में बिहार के ग्रामीण कारीगर, बुनकर और हस्तशिल्पी अपनी अनमोल कृतियों के साथ उपस्थित हैं, जिससे आगंतुक बिहार की विशिष्ट कला और शिल्प को करीब से अनुभव कर सकेंगे. विशेष रूप से 22 मार्च को बिहार दिवस के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भव्य प्रस्तुति भी की जाएगी. इसमें पारंपरिक लोक संगीत और नृत्य दर्शकों को बिहार की सांस्कृतिक विरासत से सीधे जोड़ेंगे. इस कार्यक्रम का उद्घाटन कुंदन कुमार, आईएएस, बिहार भवन के रेजिडेंट कमिश्नर ने किया, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में शेखर आनंद, आईएएस, डायरेक्टर, टेक्निकल डेवलपमेंट, उपस्थित रहे. रेजिडेंट कमिश्नर कुंदन कुमार ने कहा- बिहार उत्सव केवल कला और संस्कृति का प्रदर्शन नहीं, बल्कि यह बिहार की विरासत को देश-दुनिया से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण मंच है. हमें विश्वास है कि इस उत्सव से दिल्लीवासियों को बिहार की अनूठी कला के प्रति रुचि बढ़ेगी और वे बिहार की यात्रा के लिए भी प्रेरित होंगे. विशिष्ट अतिथि शेखर आनंद ने कहा, “बिहार उत्सव जैसे आयोजनों से हमारे कारीगरों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलती है. यह न सिर्फ उनके हुनर को बढ़ावा देता है, बल्कि राज्य की आर्थिक समृद्धि और सांस्कृतिक संरक्षण में भी अहम योगदान देता है. उत्सव में भाग ले रहे कारीगर बिहार की प्रसिद्ध सिल्क, खादी, मधुबनी, टिकुली, मंजूषा पेंटिंग्स, सूजनी कढ़ाई, सिक्की कला, लकड़ी व बॉस के उत्पाद सहित कई हस्तशिल्पों का विस्तृत प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही, बिहार के लजीज व्यंजन भी स्टॉल्स पर उपलब्ध हैं. बिहार उत्सव 2025, बिहार सरकार द्वारा आयोजित एक वार्षिक आयोजन है, जिसका उद्देश्य बिहार की कला, संस्कृति और परंपरा को देशभर के लोगों तक पहुंचाना है

Readers Comments

Post Your Comment here.
Characters allowed :
Follow Us


Monday - Saturday: 10:00 - 17:00    |    
info@anupamsandesh.com
Copyright© Anupam Sandesh
Powered by DiGital Companion