2025-03-11 19:38:39
नए पोषण ट्रैकर को बंद कराने, न्यूनतम वेतन 26 हज़ार सहित अन्य मांगों को लेकर जिले की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार पलवल को प्रदेश के महिला एवं बाल विकास मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। यूनियन की जिला सचिव गीता द्वारा संचालित प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान कृष्णा ने की। प्रदर्शन में यूनियन की प्रदेश महासचिव उर्मिला रावत व सीआईटीयू के नेता रमेशचंद विशेष रूप से उपस्थित रहे।प्रदर्शन में शामिल आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स को सम्बोधित करते हुए यूनियन की प्रदेश महासचिव उर्मिला रावत व सीआईटीयू के नेता रमेशचंद ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लागू पोषण ट्रैकर के कारण आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कई व्यवहारिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बार बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। 6 मार्च को विभाग के निदेशक के सामने भी यूनियन पोषण ट्रैकर सहित अन्य मांगों को रख चुकी है लेकिन सिवाय आश्वासन के कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया है। सरकार आंगनवाड़ी वर्कर्स को कुशल व हैल्पर्स को अकुशल का दर्जा देने में भी आनाकानी कर रही है। देश की सर्वोच्च न्यायालय ने गुजरात की वर्कर व हैल्पर को तृतीय व चतुर्थ श्रेणी में नियमित करने का निर्णय दिया है। विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्र व क्रेच केन्द्रों को एक साथ संचालित करने के निर्देश के कारण आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद आँगनबाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स का हड़ताल की अवधि के बकाया मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। विभाग के नीतिगत फ़ैसले के बावजूद वर्कर्स को सुपरवाइजर तथा हैल्पर्स को वर्कर के तौर पर पदोन्नत नहीं किया जा रहा है।यूनियन नेताओं ने बताया कि गुड़गांव व दादरी जिलों में आन्दोलन के दौरान बने मुकदमों को विभाग के आश्वासनों के बावजूद वापिस नहीं लिया गया है। उन्होंने मांग की कि विभाग में खाली पड़े पदों को जल्द भरा जाए। प्रदर्शन में यूनियन नेता प्रियंका, योगेश, शशिबाला, गीता देवी, शकुन्तला, सविता, कमलेश, महेश, सुनीता व बृजलता ने भी अपने विचार व्यक्त किए।