लोक साहित्यकार श्री जयलाल दास जयन्तीउत्सव 2025 में 25 साहित्यकार हुए सम्मानित

10 पुस्तकों तथा आनन्द मार्ग पत्रिका के ‘लोक साहित्यकार जयलाल दास विशेषांक का हुआ लोकार्पण, प्रज्ञा साहित्य मंच रोहतक ने ‘कलाकार कुणबा’ का किया सम्मान
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2025-01-22 17:04:53

भिवानी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 20 जनवरी को भिवानी में आनन्द कला मंच के सौजन्य से लोक साहित्यकार श्री जयलाल दास की जयन्ती साहित्यिक उत्सव के रूप में मनाई जाएगी। यह जानकारी देते हुए मंच के अध्यक्ष आनन्द प्रकाश आर्टिस्ट ने बताया कि लोक साहित्यकार श्री जयलाल दास की 93वीं जयन्ती पर 20 जनवरी 2025 को कोंट रोड स्थित श्री जयलाल दास साहित्य सदन में पुस्तक लोकार्पण एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। सुबह सवा ग्यारह बजे शुरू होकर देर शाम तक चले इस कार्यक्रम में हरियाणा व हरियाणा के बाहर के 25 वरिष्ठ साहित्यकारों को सम्मानित करने के साथ-साथ 10 साहित्यिक कृतियों का लोकार्पण भी किया गया। कार्यक्रम की षानदार सफलता से प्रभावित होकर अंत में प्रज्ञा साहित्य मंच रोहतक के अध्यक्ष डाॅ. मधुकांत ने इस कार्यक्रम के आयोजक ‘कलाकार कुणबा’ अर्थात आनन्द प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ के परिवार को प्रज्ञा मंच की तरफ से शाॅल व सम्मान-पट्टिका से सम्मानित किया। गौरतलब है कि प्रज्ञा साहित्य मंच रोहतक द्वारा इस परिवार को हरियाणा का एक मात्र ऐसा परिवार बताते हुए जिसका प्रत्येक सदस्य किसी न किसी रूप में साहित्य व कला की सेवा से जुड़ा हुआ है, गत वर्ष अर्थात 20 जनवरी 2024 के जयलाल दास जयन्ती उत्सव में ‘कलाकार कुणबा’ की संज्ञा दी है। डाॅ. मधुकांत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए इस कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र के डाॅ. जयभगवान सिंगला मुख्य अतिथि, सिरसा के वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. रूप देवगुण विशेष आमंत्रित अतिथि तथा डाॅ. घमंडीलाल अग्रवाल(वरिष्ठ साहित्यकार गुरुग्राम), अजय शर्मा(कंटेंट मैनेजर स्टेज एप), सुनील सांगवान(प्रमुख समाजसेवी एवं ट्रसंसपोर्टर, वापी गुजरात) और राजीव सांगवान(प्रमुख समाजसेवी असावरी) विशिष्ट अतिथि रहे। इस अवसर पर डाॅ. घमंडीलाल अग्रवाल, वरिष्ठ साहित्यकार गुरुग्राम(हरियाणा) को लोक साहित्यकार श्री जयलाल दास एवं श्रीमती मनभरी देवी साहित्य सम्मान 2025, श्री अजय शर्मा, कंटेंट मैनेजर हरियाणा स्टेज एप को मास्टर ख्याली राम स्मृति लोक संस्कृति संरक्षक सम्मान 2025 सुनील सांगवान, भूतपूर्व अध्यक्ष, गुजरात जाट समाज विकास परिषद् वापी (गुजरात) को आनन्द प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ ग्राम-रत्न सम्मान 2025, श्री राजीव सांगवान, प्रमुख समाजसेवी, असावरी, ज़िला चरखी दादरी(हरियाणा) को चाँदराम स्मृति समाज सेवी सम्मान 2025, श्रीमती आशा विजय विभोर’, साहित्यकार, रोहतक(हरियाणा) को श्रीमती शांति देवी स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डाॅ. ज्ञानप्रकाश ‘पीयूष’, सिरसा (हरियाणा) को मेजर शमशेर सिंह एडवोकेट साहित्य गौरव सम्मान 2025, प्रो. रूप देवगुण, वरिष्ठ साहित्यकार, सिरसा (हरियाणा) को डाॅ. मधुकांत साहित्य गौरव सम्मान 2025, डाॅ. तंजिन्द्र, वरिष्ठ साहित्यकार कैथल (हरियाणा) को श्रीमती इंद्रा स्वप्न स्मृति साहित्य सम्मान 2025, जयभगवान सैनी, वरिष्ठ साहित्यकार, हिसार (हरियाणा) को लाला रामस्वरूप स्मृति साहित्य सम्मान 2025, श्रीमती अर्चना कोचर, रोहतक(हरियाणा) को श्रीमती अशरर्फी देवी स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डाॅ. शील कौशिक, वरिष्ठ साहित्यकार, सिरसा (हरियाणा) को श्रीमती इन्दु देवगुण स्मृति बाल साहित्य सम्मान 2025, श्री हरीश सेठी ‘झिलमिल’ शिक्षक एवं साहित्यकार, सिरसा (हरियाणा) को, पण्डित खुशी राम देवगुण स्मृति मंच संचालन सम्मान 2025, नीरज रतन बंसल ‘पत्थर’, रोहतक(हरियाणा) को, बलबीर सिंह यादव स्मृति साहित्य सम्मान 2025 जयभगवान यादव, वरिष्ठ साहित्यकार, हिसार (हरियाणा) को, साहित्यकार विजय ‘विभोर’ स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डाॅ. मधुकांत, वरिष्ठ साहित्यकार, रोहतक (हरियाणा) को, डाॅ. आर.एस. मलिक, सोनीपत(हरियाणा) स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डाॅ. जयभगवान सिंगला, वरिष्ठ साहित्यकार एवं समाजसेवी कुरुक्षेत्र(हरियाणा) को, जगदीश राम एवं श्रीमती मामो देवी स्मृति साहित्य सम्मान 2025, डाॅ. चन्द्रदत्त शर्मा साहित्यकार रोहतक, (हरियाणा) को, श्रीमती चन्द्रकला सैनी स्मृति साहित्य सम्मान 2025 से अलंकृत किया गया। अलावा इसके डाॅ. तेजिन्द्र, कैथल को उनकी कृति ‘मैंने देखा है’(लघुकविता-संग्रह ), डाॅ. कमलेश मलिक, सोनीपत को उनके कविता-संग्रह, हस्ताक्षर तुम्हारे हैं’, सेवा सदन प्रसाद, मुम्बई, महाराष्ट्र को उनके लघुकथा-संग्रह, ‘उधेड़बुन’, सत्यवीर नाहड़िया, रेवाड़ी, हरियाणा को उनके महाकाव्य सतगुरु नितानन्द महाराज पर जयलाल दास श्रेष्ठ कृति सम्मान से सम्मानित किया गया तथा समशेर कोसलिया ‘नरेश’ वरिष्ठ साहित्यकार सयाना, ज़िला महेन्द्रगढ़(हरियाणा) को आनन्द कला मंच लोक साहित्य गौरव सम्मान-2025, विजयपाल सेहलंगिया, वरिष्ठ साहित्यकार, सेहलंग, ज़िला महेन्द्रगढ़(हरियाणा) को आनन्द कला मंच पुस्तक समीक्षक सम्मान-2025, श्रीमती वीना तवंर, वरिष्ठ साहित्यकार गुरुग्राम ़(हरियाणा), आनन्द कला मंच लघुकविता गौरव सम्मान-2025, ज्ञानेन्द्र तेवतिया, वरिष्ठ साहित्यकार, भिवानी(हरियाणा) को आनन्द कला मंच लोक प्रचारक सम्मान-2025 से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लोक साहित्यकार जयलाल दास के जीवन व साहित्य पर रचित डाॅ. घमंडीलाल अग्रवाल, वरिष्ठ साहित्यकार गुरुग्राम(हरियाणा) की कृति ’लोक संस्कृति के संवाहक: लोक साहित्यकार दास’ सहित मेजर शमशेर सिंह एडवोकेट की दो कृतियों - ’मेरी व्यथा-कथा (आत्म-कथा), चलो चलें जवानी की ओर (लघुकविता-संग्रह) सोमेश खींची की कृति मैंगो अंकल (बाल नाटक-संग्रह),समशेर कोसलिया ’नरेश’ की दो कृतियों - फाल़ी का फल़ (अहीरवाटी पहेली-संग्रह) तथा ’खुल्ला पइसा (अहीरवाटी लघुकविता-संग्रह), डाॅ. तेजिन्द्र की कृति प्रकृति नाराज़ है (लघुकविता-संग्रह), जयभगवान सैनी की कृति घटना-दुर्घटना (कहानी-संग्रह), डाॅ. जयभगवान सिंगला की कृति ’दर्द पहाड़ का’ (लघुकविता-संग्रह) और डाॅ. जयभगवान सिंगला की कृति के अनुवाद रूप में प्रकाशित कृति ’अन्न पै अधिकार सभी का’ (अनुवादक-जयभगवान सैनी ) का लोकार्पण किया गया। आनन्द प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ के सम्पादन में भिवानी हरियाणा से प्रकाशित ‘आनन्द मार्ग’ हिन्दी द्विमासिक पत्रिका के ‘लोक साहित्यकार जयलाल दास विशेषांक’ के रूप में प्रकाशित अंक जनवरी-फरवरी 2025 का लोकापर्ण भी इस अवसर पर किया गया। साहित्यिक आदान-प्रदान के तहत सिरसा के वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. ज्ञानप्रकाश ‘पीयूष’ ने आनन्द प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ को समर्पित अपनी कृति ‘रोशनी के द्वार’ उन्हें ससम्मान भेंट की। आनन्द कला मंच भिवानी की ओर से सभी सम्मानित साहित्यकारों को साहित्य भेंट किया गया। अन्य साहित्यकारों ने ने भी अपनी विशिष्ट साहित्यिक कृतियों का आपस में आदान-प्रदान किया। डाॅ. मधुकांत ने अपने अध्यक्षीय उद्बोदधन में कहा कि ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इनसे ही साहित्य बचा रहेगा। मुख्य अतिथि डाॅ. जयभगवान सिंगला ने कहा कि परिवार में बुजुर्गों के संस्कारों को ज़िन्दा रखने का इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं हो सकता। प्रो. रूपदेवगुण ने अपने उद्बोधन में लघुकविता के विकास में ‘कलाकार कुणबा’ के रूप में आनन्द प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ और उनके परिवार के योगादान का उल्लेख किया। राजीव सांगवान ने लोक साहित्यकार जयलाल दास को दादा जयलाल दास के रूप में याद करते हुए अपने गाँव व इलाके का एक विशिष्ट व्यक्ति बताते हुए कहा कि उनका जीवन-संघर्षमय रहा जो आम आदमी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी प्रेरणा से ही आनन्द प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ और उनका परिवार आज यहाँ तक पहुँचा है। आज वह हमारे बीच नहीं हैं उनके द्वारा छोटी-छोटी काव्य-पंक्तियों में प्रभावी ढंग से दी गई शिक्षा की बातें बहुत याद आती हैं । उनके द्वारा दी गई शिक्षा को जीवन में उतारना ही उन्हें सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। सुनील सांगवान ने कहा कि ऐसे साहित्यिक उत्सव में भाग लेना और अपने गुरु आनन्द प्रकाश प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ के नाम पर ग्राम-रतन सम्मान पाना उनके लिए गर्व की बात है, वह संकल्प लेते हैं कि अपने गाँव का नाम रोशन करेंगे और इस परम्परा को आगे बढ़ाएंगे। अजय शर्मा ने साहित्यकारों के हित में स्टेज एप की योजनाओं की जानकारी दी। आनन्द प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ ने सभी का आभार व्यक्त किया। पूरे आयोजन का प्रबंधन सुनीता आनन्द, मोनिका सोमेश’, सोमेश खिंची, देवांश खिंची और सर्वेश खिंची ने किया। इस अवसर पर लोक साहित्यकार जयलाल दास के भाई मेजर शमशेर सिंह एडवोकेट और पोत्र गुलकेश खिंची भी उपस्थित रहे। रिश्तेदारों में हांसी से इन्द्रसिंह व मनीषा, खेड़ी तलवाना से अशोक कुमार दूबट भी उपस्थिति रहे। रोहतक के वयोवृद्ध साहित्यकार प्रो. शामलाल कौशल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। आनन्द प्रकाश ‘आर्टिस्ट’ के साथ सेवारत रहे शिक्षक दयानन्द पी.टी.आई. चन्देनी भी इस अवसर पर बतौर अतिथि उपस्थित रहे।

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