पीपली वन रेंज ऑफिस सलारपुर में वन कर्मियों की मिलीभगत से लकड़ी तस्करो ने काटे 2 खैर के पेड़ वन तस्करों की आपसी मुठभेड़ कई तस्कर गोलीबारी में घायल

पीपली जंगल के सलारपुर रेंज ऑफिस के महज 50 मीटर की दूरी पर लकड़ी तस्करो ने 2 खैर के पेड़ काट कर
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2023-07-12 14:33:28

मिलकखानम। पीपली जंगल के सलारपुर रेंज ऑफिस के महज 50 मीटर की दूरी पर लकड़ी तस्करो ने 2 खैर के पेड़ काट कर ले गए जहाँ से वन रेजर का आवास महज 50 मीटर की दूरी पर है जहाँ हर वक्त 8 से 10 से वन कर्मचारी समेत रेंजर मुजाहिद हुसैन रहते हैं पेड़ काटने के बाद से क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है क्षेत्र के लोगो का कहना है जब रेंजर के आवास के पास पेड़ सुरक्षित नही है इस से वन कर्मियों और पुलिस की मिलीभगत नजर आ रही है वहीं क्षेत्र के लोगों से बात करने पर उन्होंने बताया कि पिछले 15 से 20 दिन से लकड़ी तस्कर जंगल पर हावी हो रहे हैं मिलक खानम थाना क्षेत्र की पुलिस भी वन तस्करो को रोकने में नाकाम नजर आ रही है क्षेत्र के लोगों कहना है कि कहीं ना कहीं पुलिस की भी मिलीभगत नजर आती है वहीं क्षेत्र के लोगों ने यह भी बताया कि पिछले कुछ समय से पुलिस ने पीपली वन क्षेत्र में अपनी गश्त भी बंद कर दी है 1 माह पूर्व तक लगातार पुलिस पीपली वन क्षेत्र में गस्त करती रहती थी जिससे वन तस्करों के हौसले पस्त हो चुके थे

मगर पुलिस की गश्त बंद होने से अब वन तस्करों के हौसले फिर से बुलंद होते नजर आ रहे हैं जिसका उदाहरण वन रेंजर के आवास के महज 50 मीटर दूरी से पेड़ काटे जाने है वही जब पेड़ काटने की जानकारी वन रेंज और मिलक खानम पुलिस से ली तो उन्होंने कहा कि हमे अभी इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है जब वन रेंजर मुजाहिद हुसैन से पूछा गया कि आप रात अपने आवास पर थे तो वन रेन्जर मुजाहिद हुसैन ने कहा कि मैं रात अपने आवास पर था मगर मुझे पेड़ काटने की कोई आवाज सुनाई नहीं दी जबकि जो दोनों पेड़ काटे गए हैं बहुत बड़े और पुराने पेड़ थे जिनकी आवाज आस-पड़ोस के लोगों ने भी सुनी है मगर वन विभाग के कानों तक यह आवाज नहीं पहुंची और ना ही पुलिस को कोई जानकारी है वही बीती रात पीपली वन में नहाल नदी पर बने डाम पर भी वन तस्करों के दो गुटों में जमकर फायरिंग हुई जिसमें 3 लोग घायल हुए हैं इसमें भी वन तस्कर जंगल से काटी गई

लकड़ी को ले जाने को लेकर विवाद हो गया था सूत्रों की जानकारी के अनुसार दोनों गुट पीपली वन से अवैध तरीके से खैर की लकड़ी काटने का धंधा करते हैं इसमें दोनों गुटों पर पहले भी कई मुकदमे वन अधिनियम के तहत दर्ज हैं इसमें एक पक्ष उत्तराखंड के ग्राम कुलवंत नगर का था तो वही दूसरा पक्ष उत्तराखंड के ही गांव कनकट्टा का था दोनों ही गांव पीपली वन से सटे हुए हैं उत्तराखंड उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर है जिसमें कुलवंत नगर के पक्ष ने उत्तराखंड के गदरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है जिसमें 8 से 10 लोगों के नाम उत्तराखंड के गदरपुर पुलिस ने जब मामले की गहनता से जांच की तो गदरपुर पुलिस ने बताया कि मामला यूपी का है जिस क्षेत्र में फायरिंग हुई है वह क्षेत्र रामपुर के मिलक खानम थाना क्षेत्र में लगता है

इसलिए मामले को वहां ट्रांसफर किया जा रहा है मगर मिलक खानम पुलिस को अपने क्षेत्र में हुए इस फायरिंग कांड के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है क्षेत्र के लोगों कहना है जिन दो गुटों में फायरिंग हुई है वह लगातार वन कर्मियों का संपर्क में रहते हैं और वन कर्मियों की मिलीभगत से ही लकड़ी काटते हैं

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