हमें प्रभु नाम को कभी भूलना नहींचाहिए,महामंडलेश्वर कृष्णानंद महाराज

अपनी दिनचर्या व जीवनकाल में किसी जीव को कष्ट न दें : कृष्णानंद महाराज
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2025-01-30 19:07:27

हिसार : स्वामी दीप्तांन्द अवधूत मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट खरड़ अलीपुर धाम हिसार में सतगुरु बंदी छोड़ हरिहरानंद जी महाराज के समाधि स्थल पर उनके 10वें निर्वाण महोत्सव के अवसर पर चार दिन से चल रहे 108 हवन महायज्ञ व 108 सतगुरु बंदी छोड़ घीसा संत जी महाराज के ग्रंथ साहेब की वाणी के 108 अखंड पाठ के तृतीय दिवस के अवसर पर आए हुए श्रद्धालुओं को धर्मलाभ देते हुए आश्रम के संचालक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि इस संसार में हर जीव परमपिता परमात्मा का प्यारा जीव है और परमपिता परमात्मा की कृपा का पात्र है। जिस परमपिता परमात्मा ने हमें यह मानुष तन दिया है, उसका सिमरण हमें नित्य करना चाहिए। हमें प्रभु नाम को कभी भूलना नहीं चाहिए क्योंकि वे ही संसार सागर से तारने वाले हैं। उन्होंने कहा कि जो कोई अधीन होकर परमपिता परमात्मा का ध्यान लगाता है, उस पर भगवान की विशेष कृपा बरसती है। इसलिए यदि कभी सत्संग या प्रवचन सुनने का अवसर मिले तो उसे गंवाना नहीं चाहिए। इसके अलावा महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि आज जल और वायु के साथ-साथ संस्कृति भी पतित होती जा रही है। इसलिए महापुरुषों ने बताया कि जल और वायु के संशोधन के लिए हवन यज्ञ की महत्वपूर्ण भूमिका है जिसे संत महापुरुष आदिकाल से करते आ रहे हैं। संस्कृति को बचाने के लिए संत महापुरुषों की वाणी हम ज्यादा से ज्यादा लोगों में प्रचारित प्रसारित करेंगे तो हमारी संस्कृति पुनः अपने वास्तविक स्वरूप को प्राप्त कर सकेगी। इसी श्रृंखला में स्वामी दीप्तानंद अवधूत मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट हर वर्ष औसत 351 से 551 अखंड पाठों की श्रृंखला जन जन तक पहुंचाने के लिए पूरे देश में करवा रहा है। आज के कार्यक्रम से पूर्व विधिवत रूप से आश्रम में 108 हवन यज्ञ का आयोजन व 108 अखण्ड पाठ का आयोजन जारी रहा।इसके अलावा भजन मंडली ने सुंदर भजनों से उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया। इस अवसर पर स्वामी कृष्णानंद जी, स्वामी जीतवानंद जी,स्वामी अमृतानंद स्वामी जितेंद्रानंद जी, स्वामी रामानंद जी, स्वामी संजय ब्रह्मचारी जी स्वामी सतवीरानंद जी सहित हजारों श्रद्धालु व संत महात्मा उपस्थित थे।

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