2025-01-31 16:48:23
नारनौल : हरियाणा सरकार युवाओं का कौशल विकास करके उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन्हीं योजनाओं की समीक्षा करने के लिए नगराधीश मनजीत कुमार ने आज लघु सचिवालय में एमएसएमई विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बारी-बारी पीएम विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना व प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उन्नयन उद्यम योजना की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर जिला एमएसएमई केंद्र के उपनिदेशक संदीप ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत विभिन्न 18 तरह के कारीगर एवं शिल्पकार (सुनार, नाव बनाना, अस्त्रकार, लुहार, हथौडा व लोहे के औजार बनाना, ताला बनाना, कुम्भकार मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी चटाई बनाना, गुडिया खिलौने बनाना, नाई, धोबी, दर्जी तथा जाल बनाना शामिल हैं)। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत करवाकर पहचान पत्र एवं प्रमाण पत्र, 5 दिन की निशुल्क बेसिक ट्रेनिंग जिसमें लाभार्थी को प्रतिदिन के हिसाब से 500 रुपए भत्ता दिया जाएगा व ट्रेनिंग लेने के बाद लाभार्थी को 15 हजार रुपए कीमत का एक टूल किट निशुल्क दिया जाएगा। इसके साथ-साथ बैंक के माध्यम से पहले एक लाख तथा तदोपरांत दो लाख रुपए तक का ऋण बैंक के माध्यम से कम ब्याज दर पर दिया जाएगा। उप निदेशक संदीप ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत भी कोई व्यक्ति जो अपना स्वंय का उद्योग स्थापित करना चाहता है वह अधिकतम 50 लाख तक का ऋण 35 प्रतिशत (अधिकत्तम) सबसिडी पर प्राप्त कर सकता है। इस योजना के तहत विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र में इकाई स्थापित की जा सकती है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उन्नयन उद्यम योजना के तहत खाद्य प्रसंस्करण से जुडी इकाईयों जैसे डेयरी उत्पाद, मशाला उद्योग, बेकरी उत्पाद, तेल मील, आटा मील तथा दाल मील इत्यादि स्थापित की जा सकती है जिसके लिए लाभार्थी को 35 प्रतिशत तक अनुदान पर बैंक के माध्यम से अधिकतम एक करोड़ रुपए तक ऋण मिल सकता है। इस अवसर पर कृषि उप निदेशक देवेन्द्र सिंह, एलडीएम उमेद दहिया, आईटीआई से विनोद, राहुल एवं अजय सिंह, राजबीर, निशा बत्रा व योजनाओं से सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।