2023-09-28 18:08:11
यूपी, मुजफ्फरनगर, बुढाना। फिरकापरस्ती, जिनाखोरी, नशाखोरी व सूदखोरी जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने की आवाज कस्बे में स्थित आयशा मस्जिद में उलेमाओं के बीच बुलंद हुई। जमीयत उलेमा ए हिन्द बुढ़ाना शाख की इस बैठक में शाख के नगर अध्यक्ष मुफ्ती आस मौहम्मद कासमी ने मुस्लिम समाज में फैल रही बुराईयों को खत्म करने का आह्वान किया और कहा कि उनके इस पैगाम को इस मीटिंग में मौजूद सभी उलेमाओं के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जाए ताकि वे जागें। उलेमाओं ने इस बैठक में एकमत होते हुए फिरकापरस्ती के पुरजोर विरोध का ऐलान किया और कहा कि इस्लाम में फिरकापरस्ती के लिए कोई जगह नहीं है।
इस्लाम शांति व मुहब्बत का पैगाम देने वाला मजहब है न कि आंतकवाद व फिरका परस्ती फैलाने का। तालिबान, अलकायदा और आइएसआइएस जैसे आंतकी संगठनों का इस्लाम से कोई नाता नहीं। नमाज, रोजा, हज, जकात का पैगाम अपनी कौम तक पहुंचाएं। इसके साथ मस्जिदों के इमामों के साथ बैठकर तलाक के मसाइल आसान भाषा में समझाएं ताकि बिना वजह के तबाह हो रहे घर बचाए जा सकें। उन्होंने आवाम से आह्वान किया कि वे नशाखोरी व जिनाखोरी जैसे गुनाहों से बचें। मुसलमानों में सूदखोरी हराम है लेकिन इसके बावजूद सूदखोरी का चलन बढ़ रहा है। इसे रोकने के लिए सब एकजुट हों। गैर मुस्लिमों के साथ प्यार मुहब्बत से रहने पर जोर दिया और कहा कि मुल्क की तरक्की का जिम्मा हर कौम निभाए। इसके लिए देश में आपसी सौहार्द कायम हो। ये तब हो सकता है जब सब एक जुट होकर अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। अपने बारे में नहीं बल्कि मुल्क की तरक्की के बारे में सोचें। यहां महासचिव हाफिज अय्यूब त्यागी, जिला नायब सदर मौलाना मआज कासमी, पूर्व नगर अध्यक्ष मौलाना इसराइल, तहसील अध्यक्ष मौलाना आलिम, हाफिज सज्जाद, मौलाना रियासत, मौलाना आमिल, मौलाना फारुख, हाफिज निजामुद्दीन, हाफिज शाकिब, हकीम जरीफ, हकीम जर्रार, अब्दुल गफ्फार सैफी व शब्बीर कुरैशी आदि मौजूद थे।