2025-04-14 18:56:04
रेवाड़ी। साइबर थाना पुलिस ने घर बैठे पैसे कमाने का लालच देकर 1.55 लाख रुपये की साइबर ठगी करने के मामले तीन आरोपियों को इंदौर से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के मलहारगंज निवासी दलीप रजक, इंदौर की लक्ष्मीपुरी कॉलोनी निवासी राकेश परमार व वर्दावन कॉलोनी निवासी लोकेश दबे के रूप में हुई है। जांचकर्ता ने बताया की मोहल्ला आदर्श नगर रेवाड़ी निवासी अभिनव ने अपनी शिकायत में बताया था कि गत 6 जनवरी को उसके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने उसे घर बैठे पैसे कमाने के बारे में बताया था। इसके बाद उसके पास एक लिंक भेजकर उसे व्हाट्स एप ग्रुप से जोड़ा गया। उसके यूपीआई नंबर पर गु्रप से जोड़ने के बाद 150 रुपये भेजे गए। उसे एक यूपीआई नंबर देकर एक हजार रुपये जमा कराने को कहा गया। उसने एक हजार रुपये जमा करा दिए, जिसके बदले 1410/- रुपये उसके खाते में आ गए। वह लालच में आ गया। इसके बाद उससे बार-बार पैसे जमा कराने को कहा गया। अधिक पैसा कमाने के चक्कर में उसने 8 जनवरी तक 1.55 लाख रुपये बताए गए अलग अलग नंबरों पर ट्रांसफर कर दिए। जब उसने पैसे वापस लेने का प्रयास किया, तो उससे और राशि जमा कराने को कहा गया। इसके बाद उसे ठगी का पता चला। जिस पर पुलिस ने साइबर थाना रेवाड़ी में ठगी का मामला दर्ज करके जांच शुरू की थी। जो जांच के बाद पुलिस ने मध्यप्रदेश के इंदौर शहर से मामले में संलिप्त तीन आरोपी दलीप रजक, राकेश परमार व लोकेश दबे को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दलीप रजक के खाते में ठगी की 65 हजार रुपये राशि ट्रांसफर हुई थी, जबकि आरोपी राकेश परमार व लोकेश दबे साइबर ठगों को कमिशन बेस पर बैंक खाते मुहैया कराते थे। पुलिस ने आरोपियों को पेश अदालत करके आरोपी दलीप रजक व राकेश परमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है तथा आरोपी लोकेश दबे को पूछताछ के लिए तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस द्वारा इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।