2025-03-11 18:55:26
नारनौल,। जिला महेंद्रगढ़ में पानी के अधिक से अधिक संवर्धन के लिए कृष्णावती नदी की आंतरिक निकासी को दुरुस्त किया जाएगा। इसके लिए खुदाई भी की जाएगी। इसके अलावा नारनौल शहर को बाढ़ से बचाने के लिए जौरासी बांध की मरम्मत और नवीनीकरण किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने आज राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई 54वीं हरियाणा राज्य तकनीकी सलाहकार समिति सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की बैठक के बाद दी। इस बैठक के दौरान प्रदेश में बाढ़ एवं सूखा के प्रबंधन तथा जल संरक्षण एवं उसके पुनरुपयोग को लेकर जिला महेंद्रगढ़ के लिए 4 विभिन्न परियोजनाओं पर विचार- विमर्श हुआ। जिला महेंद्रगढ़ में जल संरक्षण के लिए चल रही विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की गई। डीसी ने बताया कि जल संरक्षण एवं पुनः उपयोग के लिए कृष्णावती नदी की आंतरिक निकासी दुरुस्त करने के साथ-साथ नदी की गहराई की जाएगी। इससे नदी की वहन क्षमता और पुनर्भरण दर में वृद्धि होगी। नारनौल शहर की आबादी की बाढ़ से सुरक्षा के लिए भी परियोजना तैयार की जा रही है। गांव अमरपुर जौरासी में बांध की मरम्मत और नवीनीकरण के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह नारनौल शहर के दक्षिणी तरफ स्थित है। इस बांध का निर्माण वर्ष 1954 में हुआ था। अब इसमें कुछ मरम्मत और नवीनीकरण की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि निजामपुर खंड में बाढ़ के मौसम के दौरान नहर के पानी की अतिरिक्त आपूर्ति का उपयोग करके स्प्रिंकलर प्रणाली के माध्यम से सिंचाई सुविधाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न गांवों में नहर भंडारण टैंक बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा नांगल नूनिया गांव के बांध में रिचार्जिंग उद्देश्य और सिंचाई सुविधाओं में सुधार के लिए दबाव वाली पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए जल्द ही कार्य शुरू करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस बैठक में सिंचाई विभाग के एसई राजेश खत्री, जिला राजस्व अधिकारी राकेश कुमार, डीडीपीओ हरिप्रकाश बंसल तथा सिंचाई विभाग के एक्सईएन आशुतोष यादव के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।