2025-04-22 20:06:23
हिसार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में भू-दृश्य संरचना इकाई द्वारा सामुदायिक केन्द्र परिसर में विश्व पृथ्वी दिवस पर पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पौधारोपण करके उन्होंने सभी को पौधारोपण करने के लिए प्रेरित किया। इस वर्ष पृथ्वी दिवस का थीम ‘हमारी शक्ति-हमारा ग्रह’ है। जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों, संगठनों और सरकार की अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों पर स्विच करने और एक टिकाऊ भविष्य बनाने की जिम्मेदारी पर केन्द्रित है। कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने अपने सम्बोधन में कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और पृथ्वी को सुरक्षित रखने के लिए प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण लगातार पृथ्वी के तापमान में वृद्धि हो रही है जिसके कारण अत्यधिक वर्षा, सूखा, तूफान और बर्फबारी जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। ग्लोबल वार्मिंग का जैव विविधता पर भी असर पड़ रहा है जिससे पशु, पक्षियों और पौधों की प्रजातियां विलुप्त हो रही हैं। कृषि क्षेत्र पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है जिससे फसल चक्कर प्रभावित हो रहा है, उत्पादन घट रहा है और खाद्य संकट पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है। प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के कारण विभिन्न प्रकार की समस्याएं पैदा हो रही हैं। पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने हेतु उन्होंने जल संरक्षण, कचरा प्रबंधन, वायु प्रदूषण, रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के इस्तेमाल में कमी तथा बिजली का आवश्यकता अनुसार उपयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि पृथ्वी के बिना इंसान का जीवन संभव नहीं है। इसे बचाने के लिए हमें पेड़-पौधे लगाने का संकल्प लेना होगा। ऐसा करने से हरियाली के साथ हमें ऑक्सीजन भी मिलती है। प्रो. काम्बोज ने कहा कि दिन- प्रतिदिन बढ़ते जा रहे पर्यावरण प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए पौधारोपण करना बहुत जरूरी है। पृथ्वी को स्वस्थ व पहले की तरह बनाने के लिए हम सभी का कर्तव्य है कि अपनी धरती को हरा-भरा और बेहतर बनाने का संकल्प लेना पड़ेगा ताकि संसार के सभी पेड़-पौधों पशु-पक्षियों एवं जंतुओं की जैव विविधता का संरक्षण किया जा सके। कुलपति ने विश्व पृथ्वी दिवस पर दिलाई प्रतिज्ञा प्रो. काम्बोज ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पृथ्वी की देखभाल हेतु पौधारोपण, जल संरक्षण, भोजन की बर्बादी को रोकने, प्रदूषण पर अंकुश लगाने, ग्लोबल वार्मिंग, मरीन पॉल्यूशन व बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने की प्रतिज्ञा दिलाई। कुलसचिव एवं भू-दृश्य संरचना इकाई के अध्यक्ष डॉ. पवन कुमार ने बताया कि पौधारोपण कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित किए जाएंगे। पेड़-पौधों से हमें इमारती लकड़ी और जड़ी बूटियां भी प्राप्त होती हैं जिनसे विभिन्न प्रकार की औषधियां बनाई जाती हैं। इस अवसर ओएसडी सहित सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी, वैज्ञानिक व कर्मचारी उपस्थित रहे और पौधारोपण भी किया।