2024-12-18 16:28:49
दिल्लीः विवाद तब शुरू हुआ जब अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष के लिए अंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है। अभी एक फैशन हो गया है - अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मंगलवार को राज्यसभा में अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार प्रश्न का नोटिस दायर किया है। डेरेक ओब्रायन ने कहा कि इस टिप्पणी से डॉ. बीआर अंबेडकर की विरासत और सदन की गरिमा कम हुई है। ओब्रायन ने अमित शाह के बयानों को संसदीय मर्यादा का उल्लंघन बताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान बीआर अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर कई विपक्षी सांसदों ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद यह कदम उठाया गया। कांग्रेस ने गृह मंत्री के इस्तीफे और उनसे माफी की मांग की। विवाद तब शुरू हुआ जब अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष के लिए अंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है। अभी एक फैशन हो गया है - अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। अमित शाह की टिप्पणी पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। राहुल गांधी ने ट्वीट किया मनुस्मृति को मानने वालों को निश्चित तौर पर अंबेडकर जी से दिक्कत होगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी तीखी प्रतिक्रिया जारी करते हुए भाजपा और आरएसएस पर अंबेडकर के योगदान को कमजोर करने का आरोप लगाया। गृह मंत्री अमित शाह ने आज सदन में बाबा साहेब का जो अपमान किया है, उससे एक बार फिर साबित हो गया है कि बीजेपी/आरएसएस तिरंगे के खिलाफ थे, अशोक चक्र का विरोध करते थे और संविधान की जगह मनुस्मृति लागू करना चाहते थे। खड़गे ने कहा, बाबा साहब ने ऐसा नहीं होने दिया, इसीलिए उनके प्रति इतनी नफरत है।