2025-03-12 17:28:07
हरियाणा प्रदेश का स्वर्णप्रस्थ, वर्तमान में शहर सोनीपत ने बुधवार को एक नए इतिहास की रचना की है। इस उपलब्धि के कई मायने हैं कांग्रेस और भूपेंद्र हुड्डा का तिलस्म टूटना, पहली बार राजीव जैन का महापौर बनना, पहली बार भाजपा को सोनीपत महापौर मिलना, पहली बार शहरी निकाय मंत्री रही कविता जैन के पति राजीव जैन का महापौर बनना, और पहली बार भाजपा का 34,109 मतों से महापौर का जीतना। इसके साथ ही स्वर्णप्रस्थ ने सोने के अक्षरों से महापौर चुनाव के परिणाम को लिख दिया है। राजीव जैन हरियाणा सरकार में पूर्व मीडिया सलाहकार रहे हैं और पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा दो बार की विधायक कविता जैन के पति हैं। राजीव जैन का जन्म 12 फरवरी 1964 को सोनीपत में हुआ था। उन्होंने 1986 से 1993 तक पत्रकारिता में भी सक्रिय भूमिका निभाई है। शिक्षा की बात करें तो उन्होंने बीकॉम तक पढ़ाई की है। राजीव जैन पिछले 38 सालों से सोनीपत के लिए सेवा-भाव से काम कर रहे हैं। उन्होंने जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए हमेशा प्रयास किया है। 1985 में शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने डेढ़ महीने तक पूरे राज्य में पदयात्रा कर भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाया। 1993: चौधरी बंशीलाल के नेतृत्व में हरियाणा विकास पार्टी की सदस्यता ली और राज्य प्रेस सचिव नियुक्त हुए। 1993: हरियाणा विकास पार्टी के राज्य महासचिव बने। 1996-1999: हरियाणा विकास पार्टी-भाजपा गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री चौधरी बंशीलाल के राजनीतिक मीडिया सलाहकार के रूप में कार्य किया। 2000: हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर सोनीपत विधानसभा चुनाव लड़ा और तीसरा स्थान प्राप्त किया। 2005: स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा और दूसरा स्थान प्राप्त किया। 2007: भाजपा की सदस्यता ली। 2008: भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी बने। 2018-2019: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार के रूप में कार्य किया। इस चुनाव में राजीव जैन की 34,109 मतों से शानदार जीत ने भाजपा को सोनीपत में पहली बार महापौर पद पर विजय दिलाई। यह जीत भाजपा और उनके समर्थकों के लिए ऐतिहासिक मानी जा रही है। स्वर्णप्रस्थ ने एक बार फिर अपने सुनहरे इतिहास में एक नई उपलब्धि जोड़ दी है। खरखौदा नगर पालिका भाजपा प्रत्याशी हीरा लाल इंदौरा बने अध्यक्ष बहुत ही रौचक मुकाबला रहा वार्ड 9 में संजय पवार ने संदीप को केवल एक वोट के अंतर से हराया -वार्ड 12 में पूनम का निर्विरोध चुना जाना उल्लेखनीय रहा सोनीपत, 12 मार्च (अजीत कुमार) । खरखौदा नगर पालिका चुनाव 2025 के चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में रहे। बुधवार को खरखौदा नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी हीरालाल इंदौरा 4330 वोटो से जीत गए। खरखोदा नगरपालिका चुनाव के प्रभारी प्रदीप सांगवान और विधायक पवन खरखौदा ने विजेताओं को जीत की बधाई दी। खरखौदा में जश्न का माहौल रहा मिठाई बांटी, ढोल बाजे, रंगों से खरखौदा को रंगारंग कर दिया। खुशी के रंग में भाजपा कार्यकर्ताओं के चेहरे पर मुस्कान थी हंसते नाचते गाते विजय जश्न मना रहे थे। खरखौदा के एसडीएम डॉ. निर्मल नगर के दिशा-निर्देशन में नगर पालिका खरखौदा के सदस्यों का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। चुनाव परिणामों में कई वार्डों में कड़ा मुकाबला देखने को मिला, वहीं कुछ जगहों पर उम्मीदवारों ने बड़ी बढ़त से जीत हासिल की। सभी वार्डों के नतीजे इस प्रकार रहे: वार्ड वार चुनाव परिणाम वार्ड 1: हरिओम जीते सोनू 34 वोटों से हारे,वार्ड 2: लक्ष्मी देवी जीती सोनिया मलिक 63 वोटों से हारी। वार्ड 3: नवीन जीते जितेंद्र 255 वोटों से हारे। वार्ड 4: जसवीर सिंह ने मोहन को मात्र 3 वोटों से हराया। वार्ड 5: सीमा देवी जीते सुशीला कुमारी 126 वोटों से हारी। वार्ड 6: प्रमोद कुमार जीते, ललित कुमार 338 वोटों से हारे। वार्ड 7: अनूप सिंह जीते, रवि कुमार को 52 वोटों से हारे। वार्ड 8: कृष्ण जीते श्री भगवान 227 वोटों से हार गए। वार्ड 9: में बहुत ही रौचक मुकाबला रहा यहां संजय पवार ने संदीप को केवल एक वोट के अंतर से हराकर जीत दर्ज की है। वार्ड 10: वीना जीती मीनू को 11 वोटों से हार मिली। वार्ड 11: सोमवती जीती जबकि सरिता चार वोटों से हार गई। वार्ड 12: पूनम को सर्वसम्मति से निर्विरोध चुना गया। वार्ड 13: गोपाल ने पुनीत को 95 वोटों से हराया। वार्ड 14: मनीषा रानी ने अंजू को 34 वोटों से पराजित किया। वार्ड 15: अनिल कुमार ने कुलवंत को 463 वोटों से मात दी जबकि वार्ड 16: मुकेश कुमार ने पवन को 415 वोटों से पराजित किया। इस चुनाव में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को चुना। कई वार्डों में कड़े मुकाबले ने चुनाव को दिलचस्प बना दिया। वार्ड 9 में संजय पवार की सिर्फ एक वोट से जीत ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। वहीं वार्ड 12 में पूनम का निर्विरोध चुना जाना भी उल्लेखनीय रहा