जिले में 11 से 18 फरवरी तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत चलेगा विशेष अभियान जयाश्रद्धा

जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत 11 से 18 फरवरी तक विशेष अभियान चलाकर एक वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूलों तथा स्लम एरिया में जाकर खिलाई जाएगी।
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2025-02-01 19:36:59

हिसार / जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत 11 से 18 फरवरी तक विशेष अभियान चलाकर एक वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूलों तथा स्लम एरिया में जाकर खिलाई जाएगी। अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने स्थानीय लघु सचिवालय के वीसी सभागार में शुक्रवार को जिला टास्क फोर्स की बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिए। अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने तथा उन्हें स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करने के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में कार्य करें। कार्यक्रम के माध्यम से 11 से 18 फरवरी तक विशेष अभियान के तहत एक से 19 वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों तथा स्लम एरिया में जाकर एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएंगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें और 100 प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाना सुनिश्चित किया जाए। आपात स्थिति से निपटने के लिए 11 मोबाइल वैन की ड्यूटी भी लगाई गई हैं, जिसमें चिकित्सकों की तैनाती रहेगी। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि कृमि मुक्ति दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में पेट के कीड़ों की बीमारी से मुक्त करना है। यह बीमारी बच्चों में शारीरिक कमजोरी उत्पन्न करती है, जिससे बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने में शिक्षक अहम भूमिका निभा सकते हैं। शिक्षक स्कूल में विद्यार्थियों को स्वास्थ्य, स्वच्छता व हैंड वॉश के बाद खाना खाने के फायदे जरूर बताएं। उन्होंने कहा कि जिला में लक्ष्य अनुसार शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर ही बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाएं। इसके अलावा एएनएम व आंगनबाड़ी वर्कर यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा दवा से वंचित न रहे। सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत 11 से 18 फरवरी को जिला में 5 लाख 80 हजार 171 बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली दी जाएगी। उन्होंने बताया कि एक से दो साल तक के बच्चों को आधी गोली, दो से 19 साल तक तथा 20 से 24 साल की प्रजनन वर्ग की महिलाओं को पूरी गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा जो बच्चा इस अभियान के तहत छूट जाते हैं तो उन्हें 18 फरवरी को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। सिविल सर्जन ने बताया कि एल्बेंडाजोल टेबलेट का कोई दुष्प्रभाव नहीं है। उन्होंने सप्ताह के दौरान विभाग द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों व कृमि संक्रमण के लक्षण, बचाव तथा इलाज के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को पेट के कीड़े मारने की गोली खिलाने के लिए अपने नजदीकी आशा वर्कर, एएनएम आंगनबाड़ी वर्कर को सहयोग करें। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ मंजु राणा, उप- नगर निगम आयुक्त विरेन्द्र सहारण, सीआरएम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ कृष्ण कुमार, उकलाना राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एसएस सांगा, डॉ योगेश, डॉ सज्जन, डॉ. अर्चना, डॉ रेणुका गुप्ता, फार्मेसी अधिकारी राजन वर्मा सहित संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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