2025-03-12 18:47:49
रेवाड़ी। सेवा स्तंभ एवं धम्म भूमि जिला इकाई रेवाड़ी ने जिला प्रधान भगत सिंह सांभरिया की अध्यक्षता में गया में महाबौद्धि विहार को बौद्ध भिक्षुओं को सौंपने के लिए उपायुक्त महोदय के माध्यम से अतिरिक्त उपायुक्त अनुपमा अंजली महोदया को महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन में राष्ट्रपति महोदया को बी.टी एक्ट 1949 को तुरंत निरस्त करने की मांग की गई।जिला प्रधान ने बताया कि इस बारे में सर्वप्रथम आल इंडिया बुद्धिस्ट फोरम के द्वारा पूर्व में भी ज्ञापन दिनांक 26 नवंबर 2023, 17 सितंबर 2024 एवं 26 नवंबर 2024 को संबोधित ज्ञापन में बीटी एक्ट 1949 को निरस्त कर सभी 9 सदस्यों को बौद्ध समाज से रखने की मांग की जा चुकी है । काफी उम्मीदों एवं इंतजार के बावजूद आपकी ओर से इन्हें कोई आश्वासन प्राप्त नहीं हुई हुआ है । अंततः भारत के सभी बौद्धों की तरफ से ऑल इंडिया बुद्धिस्ट फोरम के बैनर तले अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन आयोजित करने का फैसला लिया गया और ये लोग बौद्ध गया में दिनांक 12 फरवरी 2025 से भंते प्रज्ञाशील महाथेरो, भंते आकाश लामा व भंते करुणाशील राहुल की अगुवाई में धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। हम सब आपकी क्षमताओं, कुशल नेतृत्व एवं आपके द्वारा बौद्ध धर्म के प्रति किए गए कई महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति आभार प्रकट करते हुए ये विश्वास करते हैं कि आप भारत के तमाम बौद्ध अनुयायियों की महाबौद्धि महाविहार के प्रति श्रद्धा एवं उनकी दशकों पुरानी मांग के प्रति अपनी करुणादृष्टि दिखाने का काम करेंगी और बीटी एक्ट 1949 को तुरंत निरस्त करते हुए कमेटी में सभी 9 सदस्य बौद्ध समाज से रखने का कार्य करेंगी । ऐसा हम आपसे आग्रह करते हैं। हम सबको पूर्ण विश्वास है कि आप हम बुद्धिस्टों की भावनाओं का आदर करेंगी और हमारी मांग को पूरा करेंगी । इसके लिए भारत का संपूर्ण बौद्ध समाज आपका ऋणी रहेगा । ये सर्वविदित है कि बिहार के बौद्ध गया स्थित महा बौद्धि महाविहार के प्रति विश्व के तमाम बौद्ध आस्था रखते हैं। कमेटी में सभी सदस्य बौद्ध होने के फलस्वरूप विश्व के बौद्धों की श्रद्धा बढ़ेगी और बौद्धगया एवं बिहार के अन्य बौद्ध स्थलों पर उनका आवागमन बढ़ेगा जिससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा । ज्ञापन सौंपने वालों में भगत सिंह सांभरिया, कांशीराम खींची, एडवोकेट राजकुमार जलवा, आर.पी सिंह दहिया, महेश दत्त, अजीत सिंह बुढ़पुर, नरेंद्र मेहरा, आर के बलवारिया, जगदीश चंद्र नाथ, रणजीत रंगा, राजेश सुलखा,सतबीर गोठवाल, लक्ष्मी बाई लिसाना, विजय सिंह सिंघवैया, अमर सिंह बौद्ध आदि साथी उपस्थित रहे