2025-03-16 21:38:17
अलीगढ दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, अलीगढ़ द्वारा संस्कारनीवल कार्यशाला का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों, अभिभावको ,शिक्षकों, और गणमान्य अतिथियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और साक्षरता के प्रति जागरूकता का संदेश दिया। मंथन- सम्पूर्ण विकास केन्द्र, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का एक सामाजिक प्रकल्प है, जिसका उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण सम्पूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। मंथन सम्पूर्ण विकास केन्द्र का लक्ष्य है कि समाज का हर वर्ग साक्षर बने और राष्ट्र की प्रगति में अपना योगदान दे सके। इसके साथ ही, छोटे बच्चों को अपनी अपनी प्रतिभाओ को मंच पर प्रस्तुत करके आत्मनिर्भर बनने का सुअवसर प्रदान किया गया ताकि वे शारीरिक , आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बन सकें। कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 11 बजे सरस्वती वंदना के साथ हुई, जिसके बाद दीप प्रज्वलन और अतिथियों का स्वागत किया गया। बच्चों ने सुन्दर सुन्दर गीत गाये अलग-अलग प्रस्तुतियां प्रस्तुत कर एकता का संदेश दिया, वहीं बच्चों ने नन्हा मुंन्हा राही हु और हिंदी भाषा राष्ट्र भाषा पर नृत्य प्रस्तुतियां देकर समां बांधा। कार्यक्रम का एक और आकर्षण था, हैप्पी माउथ = हैप्पी माइंड जैसी गतिविधियों के द्वारा डाक्टर हर्षवर्धन जी ने बच्चों को अपने दातों को कैसे स्वस्थ और मजबूत बनाना है इसके बारे में जागरूक किया! साक्षरता महत्व को दर्शाता एक नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। इसके बाद विद्यार्थियों ने सारगर्भित कविताओ को भी सबके समक्ष रखा ! मुख्य अतिथियों ने अपने संबोधन मे साक्षरता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने मंथन सम्पूर्ण विकास केन्द्र और बच्चों के लिए हर महीने होने वाली संस्करशाला कार्यक्रम के प्रयासों की भी सराहना की, जो समाज के वंचित वर्गों के लिए शिक्षा और आत्मनिर्भरता का माध्यम बन रहे हैं। कार्यक्रम में अभावग्रस्त झुग्गी झोपड़ी के बच्चों को अतिथियों द्वारा स्टेशनरी एवं स्कूल बेग भी वितरित किये गये ! कार्यक्रम का समापन दोपहर 1 बजे हुआ, जिसमें साध्वी वेदवाणी भारती जी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन दिया और सभी को मंथन की गतिविधियों से जुड़ कर समाज की सेवा करने का आह्वान किया। साध्वी उज्ज्वला भारती जी ने भी व्याख्यान देते हुए बताया कि यह मंथन प्रक्ल्प अभावग्रस्त बच्चों की शिक्षा को लेकर निरंतर कार्यरत है बल्कि यह समाज में शिक्षा और सशक्तिकरण के महत्व को भी रेखांकित कर रहा है । मंथन एसवीके और प्रशिक्षण कार्यक्रम अपने इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पबद्ध हैं