2025-04-22 19:18:32
रेवाड़ी जिले के सिविल अस्पताल में 9 अप्रैल को हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव द्वारा उद्घाटित एटीएम हेल्थ मशीन आम नागरिकों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस मशीन के जरिये आम नागरिक कुछ मिनटों के भीतर ही फुल बॉडी टेस्ट करा सकते हैं। पहले इन टेस्ट को कराने में लोगों को घंटों तक कतार में खड़ा रहना पड़ता है। मगर अब यह मशीन लगने के बाद लोगों को इसका काफी फायदा मिल रहा है। औसतन हर दिन एक दर्जन से ज्यादा लोग फुलबॉडी टेस्ट होते है। छोटे-छोटे टेस्ट कुछ मिनट के अंदर ही हो जाते है। ऐसे लोगों की संख्या हर दिन 50 से ज्यादा होती है। अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित यह मशीन विशेष रूप से बुजुर्गों, महिलाओं और गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रही है। यह मशीन एक ही सैंपल से अनेक प्रकार के परीक्षण करने में सक्षम है, जिससे मरीजों को बार-बार सैंपल देने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इसके अलावा, मशीन से तुरंत रिपोर्ट्स उपलब्ध हो जाती हैं, जिससे बीमारी की पहचान और उपचार में कीमती समय की बचत होती है। इस नई तकनीक ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में इजाफा किया है, बल्कि एक नई मिसाल भी कायम की है। निकिता, जो इलाज के लिए अस्पताल आई थीं, ने कहा, थैंक्स आरती। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा, रेवाड़ी को एडवांस टेक्नोलॉजी की यह मशीन देकर आरती जी ने बहुत अच्छा कार्य किया है। यह गरीबों के लिए एक वरदान है। प्रवीण ने बताया, “यह मशीन काफी फायदेमंद है। इससे सारे टेस्ट एक साथ हो जाते हैं, जिससे समय की बचत होती है और रिपोर्ट भी जल्दी मिलती है।” रामसिंह ने कहा, “आरती सिंह राव ने बहुत अच्छी सुविधा दी है। वो अपने पिताजी की तरह दक्षिण हरियाणा के लोगों की चिंता करती हैं और उनके बारे में सोचती हैं। उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद।” डॉ. जे. एल. द्विवेदी, जो खुद इलाज के लिए आए थे, ने कहा, “मैंने अपना ब्लड टैस्ट कराया जो कम मात्रा में सैंपल से पूरी रिपोर्ट दे गया। रिपोर्ट की गुणवत्ता बेहतरीन है। आरती सिंह राव इसके लिए बधाई की पात्र हैं। अस्पताल के चिकित्सकों और स्टाफ ने इस पहल को क्रांतिकारी बताते हुए कहा कि इससे गंभीर बीमारियों का त्वरित निदान संभव हो पाया है और इलाज की दिशा भी स्पष्ट हुई है। उनका मानना है कि राज्य सरकार का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक को आधुनिक, सुलभ और समयबद्ध स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है और यह मशीन इस लक्ष्य की दिशा में एक मील का पत्थर है।