पर्पल फेस्ट गोवा 2025, समावेशन,रचनात्मकता सशक्तिकरण उत्सव*

23,000 से ज़्यादा दिव्यांगजनों ने इस उत्सव का उठाया आनंद
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2025-03-21 22:55:21

नई दिल्ली :पर्पल फेस्ट गोवा 2023 की शानदार सफलता के बाद, भारत की माननीय राष्ट्रपति ने समावेशन और सुगमता के संदेश को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए राष्ट्रपति भवन में इसी तरह के महोत्सव के आयोजन की कल्पना की। यह दृष्टि 2024 में राष्ट्रपति भवन में आयोजित पहले पर्पल फेस्ट के रूप में साकार हुई। इस सकारात्मक पहल को आगे बढ़ाते हुए, पर्पल फेस्ट 2025 का आयोजन 21 मार्च 2025 को राष्ट्रपति भवन में किया गया। यह आयोजन पहले से भी बड़ा, बेहतर और अधिक समावेशी रहा। पर्पल फेस्ट 2025 में पूरे दिल्ली-एनसीआर के साथ ही अन्य जगहों से करीबन 23,000 से अधिक दिव्यांगजन आये। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने महोत्सव का दौरा किया और दिव्यांगजनों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को देखा। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वंचित वर्ग के प्रति संवेदनशीलता ही किसी देश या समाज की प्रतिष्ठा निर्धारित करती है। करुणा, समावेशिता और सद्भावना हमारी संस्कृति और सभ्यता के मूल्य रहे हैं। हमारे संविधान की प्रस्तावना में सामाजिक न्याय, समानता और व्यक्ति की गरिमा की बात कही गई है।पर्पल फेस्ट कार्यक्रम में माननीय केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार के उपस्थिति में अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन द्वारा DI-verse सर्टिफिकेशन फेलिसिटेशन सेरेमनी का आयोजन किया गया, जहां दिव्यांगजनों के लिए समान अवसर सृजित करने वाले उद्योग जगत के अग्रणी संगठनों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर इन्फोसिस, विप्रो, कॉम्पस ग्रुप, फ्यूचर जनरली, गोदरेज प्रॉपर्टीज और विंध्य ई-इन्फोमीडिया प्राइवेट लिमिटेड को DI-verse सर्टिफिकेशन से सम्मानित किया गया। टेक महिंद्रा द्वारा द एबिलिटी नेटवर्क  नामक पहल का लॉन्च किया गया  जिसका उद्देश्य समाधान प्रदाताओं और दिव्यांगजनों/उनके देखभाल करने वालों के बीच आसान पहुंच बनाने के लिए एक एकल नेटवर्क बनान है।इसके साथ ही टाटा पावर द्वारा बनाए के स्किल कोर्स के साथ ही कई सारी योजनाओं का लॉन्च किया गया व कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। कार्यक्रम में डॉ विदुषी शर्मा सशक्त दिव्यांग नामक किताब का भी लोकार्पण किया गया।पर्पल फेस्ट नामक इस समावेशी और आनंददायक उत्सव में विभिन्न गतिविधियाँ और अनुभव शामिल रहे। जिसमें राष्ट्रीय स्तर की कौशल प्रतियोगित एबिलिम्पिक्स, जिसे दिव्यांगजनों के लिए वर्क स्किल्स ओलंपिक्स भी कहा जाता है, देशभर के 12 विभिन्न कौशल क्षेत्रों के प्रतिभाशाली प्रतिभागियों को एक मंच पर लाया गया। इसके साथ ही दिव्यांगजनो के लिए लिटरेरी ज़ोन भी बनाया गया जिसमें दिव्यांगजनों के लिए अलग अलग विषयों पर विभिन्न सेशन व कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें दिव्यांगजन लेखक, कहानीकारों, साइबर एक्सपर्ट आदि विशेषज्ञों से मुलाकात की। इसके साथ ही पर्पल फ़न ज़ोन में इंटरएक्टिव खेल और समावेशन संगठनों के स्टॉल रहे, जिसमें दिव्यांगजनो को शैक्षिक और मनोरंजक अनुभव प्रदान हुए। पर्पल कैफ़े में दिव्यांगजन शेफ द्वारा तैयार स्वादिष्ट भोजन का लोगोब ने आनंद लिया। पर्पल कैलिडोस्कोप में दिव्यांग कलाकारों की अद्वितीय कृतियों का प्रदर्शन किया गया। पर्पल लाइव एक्सपीरियंस ज़ोन में खेल, डांस वर्कशॉप और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं, जिन्होंने समावेशन को बढ़ावा दिया। वहीं, पर्पल स्पोर्ट्स ज़ोन में व्हीलचेयर बास्केटबॉल, ब्लाइंड फुटबॉल और बोकिया जैसे खेलों के ज़रिए टीम वर्क और बाधाओं को तोड़ने का संदेश दिया गया। पर्पल फेस्ट केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि समावेशन, समानता और संभावनाओं का उत्सव है। यह मंच दिव्यांगजनों की प्रतिभा, कला, खेल और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ समाज को समावेशन का संदेश देता है।

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